दो वक्त की रोटी के लिए गांव में करती थीं मजदूरी , अब दूसरों को दे सकती हैं रोजगार
गुढ़ के महसांव गांव की निवासी परमिता साकेत पहले मजदूरी कर अपना जीवन यापन करती थी तथा उसकी रोजी-रोटी किसी प्रकार चल रही थी। ग्रामीण आजीविका मिशन के स्वसहायता से जुड़कर परमिता की आर्थिक स्थिति सुधरी और अब उन्होंने अपना कम्प्यूटर सेंटर स्थापित कर लिया है जिससे उन्हें वर्ष में डेढ़ लाख रूपये से अधिक … Read more