पितृपक्ष विशेष : विन्ध्य में केसरिया वस्त्र पहनकर पूर्वजों का किया जाता है तर्पण
भारतीय परंपरा पुनर्जन्म पर विश्वास करती है। यह माना जाता है कि मृत्यु के बाद देह का बंधन छूट जाता है। आत्मा कुछ वर्षों तक पितरों के रूप में पितृलोक में निवास करती है। अश्विन माह की प्रतिपदा से लेकर अमावस्या तक पूर्वज भू लोक में निवास और विचरण करते हैं। इस अवधि में पितरों … Read more