त्यौंथर। बिना पंजीयन अवैध तरीके से क्लीनिक खोलकर बैठे झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक पर सख्ती से निपटने के लिए मध्य प्रदेश शासन के द्वारा बिना पंजीकृत अवैध रूप से संचालित क्लीनिक को बंद करने के सख्त निर्देश हैं। उक्त निर्देश के परिपेक्ष पर कलेक्टर रीवा प्रतिभा पाल एवं सीएमएचओ डॉ शुक्ला को जिले के अंदर ऐसे अवैध संचालित क्लीनिक को सीज करने के निर्देश दिए गए हैं। जिस पर सोमवार को त्यौथर तहसील अंतर्गत चाकघाट एवं ग्राम भूगा में अवैध रूप से संचालित 2 क्लीनिक को सीज किया गया है। इसकी जानकारी जैसे ही अन्य क्लीनिक संचालकों को लगी शटर बंद कर भाग निकले। लगातार कार्यवाही से चाकघाट नगर पंचायत के क्लीनिक संचालकों में हड़कंप मचा हुआ है।
इन क्लीनिको पर जड़ा ताला
सूचना के मुताबिक स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा क्लीनिकों का औचक निरीक्षण किया गया, जिसमें उक्त क्लीनिक नियम विरुद्ध पाए गए। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग का अमला रीवा जिले के त्यौंथर तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत अंजोरा के ग्राम भोगा पहुंची। जानकरी दी गई कि भोगा गांव में अनूप सिंह द्वारा अवैध रूप से क्लीनिक का संचालन पाया गया, जिसमें टीम द्वारा क्लीनिक को सीज कर, संचालक पर कार्यवाही कि गई। साथ ही बघेड़ी चौराहा, नगर पंचायत चाकघाट अंतर्गत बिना पंजीयन के संचालित डॉ श्याम सिंह द्वारा पीतांबरा डेंटल क्लिनिक को भी सीज किया गया है। उक्त कार्यवाही रीवा कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल के निर्देशन पर स्वास्थ्य विभाग से पहुंचे डॉ आर बी चौधरी (जिला स्वास्थ्य अधिकारी रीवा), वीरेंद्र कुमार द्विवेदी (नायब तहसीलदार त्यौंथर), विजय तिवारी (प्रभारी नर्सिंग होम) द्वारा की गई।