वीर बाल दिवस : बहादुरी और बलिदान कि वो गाथा जिसने पहचान नहीं मिटने दी
“सवा लाख से एक लड़ाऊं, चिड़ियन ते मैं बाज तुड़ाऊं, तबै गुरु गोबिंद सिंह नाम कहाऊं” कभी – कभी इतिहास के पन्ने हमें एहसास करा देते हैं कि जो वक़्त गुजरा है, वो बेहद ही तकलीफ़देह और संघर्षों से भरा हुआ था। बड़े तो बड़े कैसे छोटे – छोटे बच्चों ने भी अपनी पहचान अपने … Read more