त्योंथर, रीवा। प्रचार ऐसा कि आँखे चौधियाँ जाएँ लेकिन नेटवर्क ऐसा कि चीटीं भी शर्मा जाये
सरकार एक तरफ 5G को लेकर काफी व्यस्त है वहीं इस मौके का फायदा जिओ नेटवर्क जैसी कम्पनियाँ जम कर उठा रही हैं। क्षेत्र में सक्रिय टेलीकॉम कम्पनियों में से एक है जिओ नेटवर्क जिसके टॉवर के नीचे हों या अगल – बगल , जिओ का इंटरनेट महज एक भद्दा मजाक बन कर रह गया है। बेहतर सर्विस का वादा महज चुनावी जुमला बन गया है, जिसकी वजह से न तो बात अच्छी तरह से हो रही है और न ही इंटरनेट की स्पीड बेहतर मिलती है।

बड़े – बड़े वादे कर दुनिया को 5G का लॉलीपॉप दिया जा रहा है , वहीं त्योंथर तहसील क्षेत्र में 3G/4G LTE आदि कि स्पीड कछुए से भी धीरे चल रही है। आप घर के बाहर हो या अंदर , मोबाइल में टॉवर पूरा दिखाए या गायब हो जाये टेलीकॉम कम्पनियों को अब आप अगले रिचार्ज के समय ही याद आयेंगे।
शिकायत के बाद भी नहीं हो रहा सुधार
ऊपर जो फोटो लगी है उसे आप ध्यान से देखेंगे तो पायेंगे , शिकायत के बाद उपभोक्ता को कैसे परेशान किया जाता है।
आप चाहे कितनी भी बार अपना पता और बाकी कि जानकारी साझा कर दें , आप से बार – बार कस्टमर केयर टीम वही
सवाल पूँछेगी। वही घिसी – पिटी ऑटोमेटेड तकनिकी समस्या बतायेंगी , जिसका आपकी समस्या से कोई लेना – देना नहीं
रहेगा।
हालाँकि जो भी जानकारी कस्टमर केयर मांगती है , उसमें से तक़रीबन 80 % जानकारी कम्पनी के पास हमेशा उपलब्ध
रहती है। जैसे कि –
- आप कहाँ से बात कर रहे हैं ?
- आप टॉवर से कितनी दूरी पर हैं ?
- आपका मोबाइल फ़ोन कौन सा है ?
- आपके मोबाइल नेटवर्क में कौन सी समस्या है ?

उपभोक्ता से जमकर वसूली लेकिन सर्विस के नाम पर….
दूरसंचार कम्पनी 4G के नाम पर पैसा तो जमकर वसूल रही लेकिन सर्विस देने के समय उपभोक्ता को धोखा दे रही है। जानकारी के मुताबिक सबसे बड़ी बात यह है कि अभी भी पूरे क्षेत्र में नेटवर्क पूरी तरह से उपलब्ध नहीं हो पाया है , यहाँ तक कि ग्रामीणों को 2G की भी सर्विस नहीं मिल पा रही है। हालात यह है कि नेटवर्क की बद से बद्द्तर हालत का जिम्मेदार पैसा वसूलने के बाद कान बंद कर लेता है और शासन – प्रशासन मौन हो जाते हैं।

दूरसंचार विभाग है मौन
कई उपभोक्ताओं का कहना है कि कम्पनी के कस्टमर केयर पर शिकायत दर्ज कराने पर ” बस अगले 24 घंटे में समस्या को दूर करने की बात कही जाती है, लेकिन ऐसा होता नहीं है।”
यहाँ तक की कई दिनों तक तो शाम होते ही नेटवर्क तो दिखता है लेकिन इंटरनेट नाराज रहता है। कई बार फ्लाइट मोड या फिर मोबाइल को बंद चालू करना पड़ता है , जिससे काफी दिक्कत आती है। व्हाट्सएप, फेसबुक, टि्वटर, यूट्यूब से तो जैसे जिओ नेटवर्क को तकलीफ हो क्यूँकि एक छोटी साइज की फोटो भी कई बार क्लिक करने के बावजूद भी पोस्ट नहीं हो पाती है।
ना जाने शासन – प्रशासन इस मामले को लेकर कब गंभीर होंगे। ना जाने ऐसी चूना लगाने वाली कम्पनियों पर कब कार्यवाई होगी।
अब देखना यह है कि इस मामले कि गंभीरता पहले कौन समझता है…….