किसानों को उनकी उपज का अधिकतम मूल्य देने के लिए जिले भर में गोदाम स्तर पर बनाए गए निर्धारित खरीदी केन्द्रों में एक दिसम्बर से धान का उपार्जन किया जा रहा है। धान का उपार्जन सहकारी समितियों द्वारा किया जा रहा है। धान खरीदी की अंतिम तिथि 19 जनवरी निर्धारित है। जिले में अब तक 58543 किसानों से 384050 टन धान का उपार्जन किया गया है। इसके लिए किसानों को 838 करोड़ 38 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। किसानों को उनके बैंक खाते में अब तक 600 करोड़ 23 लाख 90 हजार रुपए का भुगतान किया जा चुका है। खरीदी गई धान में से अब तक 351906 टन का परिवहन करके सुरक्षित भण्डारण कराया गया है। अब तक 63566 किसानों ने उपार्जन के लिए स्लॉट बुक किए हैं। उपार्जित धान खरीदी केन्द्रों से मिलिंग के लिए मिलर्स को दी जा रही है। इसके लिए सभी खरीदी केन्द्रों से निकटवर्ती धान मिलों की मैपिंग की गई है। शेष बची हुई धान का गोदामों में सुरक्षित भण्डारण कराया जा रहा है।
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