उप मुख्यमंत्री तथा लोक स्वास्थ्य एवं परिवाार कल्याण और चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल के निर्देशों के अनुसार नवीन जिले मउगंज में सिविल अस्पताल को जिला अस्पताल बनाने की शुरूआत प्रारंभ कर दी गई है। प्रदेश के समस्त जिला चिकित्सालयों की तरह मउगंज में भी वेट लीज रिजेंट रंेटल के माध्यम से पैथालाजी लैब शुरू हो रहा है। लैब में खून, पेशाब सहित 132 प्रकार की जॉचें होगीं। जॉच हेतु अतिआधुनिक कम्प्यूटरीकृत 6 मशीनें आएंगी। इन मशीनांे में सीबीसी, एनालाईजर, बायोकेमेस्ट्रय्ी, ग्लूकोमीटर, इलेक्ट्रय्ेालाईट, इलेक्ट्रय्ेाजो रेसिर, इम्यूनोएनीलाईजर प्रमुख हैं। वर्तमान में मउगंज 50 बिस्तरों का सिविल अस्पताल है जिसे 100 बिस्तर के रूप में शीघ्र किया जाएगा।
इस संबंध में क्षेत्रीय संचालक स्वास्थ्य सेवाएं डॉं.बीएल मिश्रा ने बताया कि उप मुख्यमंत्री जी के प्रयास से मउंगज को यह उपलब्धि मिली है। शीघ्र ही रीवा स्वास्थ्य के क्षेत्र मंे हब बनेगा। इससे विंध्य के लोगो को इलाज के लिए नागपुर व अन्य महानगरांे मेें नहीं जाना पड़ेगा। मऊगंज जिला अस्पताल बनने से स्त्री रोग विशेषज्ञ सहित चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ की संख्या बढेंगी। स्वास्थ्य जाँच बढने से मउगंज के अतिरिक्त हनुमना व नईगढी विकासखण्ड के लोगों का इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया कि पैथालाजी लैब की शीघ्र शुरूआत करने के निर्देश दिए गए हैं। नवीन जिला मैहर में भी 132 तरह की जॉच के लिए मशीनें शासन द्वारा स्वीकृत की गयी हैं।