एक तरफ चुनाव आयोग शत – प्रतिशत मतदान हो इसके लिए तरह – तरह के प्रयोग कर रही है तो दूसरी तरफ निर्वाचन आयोग में लगे प्रदेश सरकार के कर्मचारी पहले की ही तरह विधानसभा चुनाव में भी लापरवाह नज़र आ रहे हैं। ताज़ा मामला जनपद पंचायत त्योंथर के ग्राम पंचायत अंजोरा के अहिरान टोला से संज्ञान में आया है, जहाँ सचिव और बूथ लेवल अफसर (BLO) कि बड़ी लापरवाही बताई गई है। मिली जानकारी के मुताबिक मनीष यादव जिनको मध्य प्रदेश सरकार से दिव्यांग प्रमाण पत्र प्राप्त है, उनका अब तक 12D फॉर्म तक नहीं भरा गया है जबकि उनको मिलाकर उनके घर में ही तक़रीबन चार दिव्यांग मतदाता मौजूद हैं। जो कि चलने फिरने में असमर्थ हैं। इस सम्बन्ध में जब सचिव अंजोरा को फोन लगाया गया तो उन्हें जबाब नहीं दिया जबकि बीएलओ से इस सम्बन्ध चर्चा हुई तो वो भी कोई ठोस वजह नहीं बता सके और फॉर्म 12D का हवाला दे जल्द मतदान करवाने कि बात कही। हालाँकि जब इस सम्बन्ध में दिव्यांग मतदाता मनीष यादव से बात हुई तो उन्हें फॉर्म 12D के सम्बन्ध में जानकारी ही नहीं दी गई थी। अब ऐसे में जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला दंडाधिकारी का डाक मतदान जमींन पर औंधे मुँह गिरा हुआ नज़र आ रहा है। ऐसे ही न जाने और कितने दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाता होंगे जो पंचायत सचिव एवं बीएलओ कि लापरवाही से मतदान नहीं कर पायेंगे। इस खबर को लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी क्या समय रहते मनीष जैसे अन्य दिव्यांगों को डाक मतपत्र के माध्यम से मतदान करवा पायेंगे, यह भविष्य के गर्त में है।
क्या है फॉर्म 12डी
चुनाव आयोग ने इस बार नई पहल करते हुए 80 साल से अधिक बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान करने की सुविधा देने के लिए डाक मतपत्र की शुरुआत की है। जिससे दिव्यांग मतदाताओं को वोट डालने किसी मतदान केंद्र पर नहीं जाना पड़ेगा। बल्कि आयोग की एक टीम उनके घर पर पहुंचकर उनका मतदान करवाएगी और इस दौरान पूरी वीडियो ग्राफी भी की जाएगी। ऐसे मतदाताओं को इस सुविधा के लिए लिए फॉर्म 12D अनिवार्य रूप से भरना होगा, जिसे वो अपने बीएलओ से प्राप्त कर सकते हैं। मप्र में निर्वाचन आयोग ने 80 साल से अधिक बुजुर्ग मतदातों और दिव्यांग मतदाताओं को घर से ही मतदान कराने का फैसला लिया है। जानकारी के मुताबिक मध्यप्रदेश में इनकी संख्या तक़रीबन 11 लाख से अधिक बताई गई है।