भ्रष्टाचारी अधिकारियों को रंगे हाथ पकड़वाने वाले नागरिक किसी योध्या से कम नहीं – शिवानंद द्विवेदी
रीवा, मप्र। पिछले दिनों रीवा जिले के नईगढ़ी एवं मऊगंज जनपद में पदस्थ मुख्य कार्यपालन अधिकारी शैलेश पांडेय द्वारा शिवेंद्र कुमार पटेल से गाड़ी के बिल पास करने और फर्जी एफ आई आर वापस लेने के मामले पर 13 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए पकड़े जाने के मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने कहा है कि विंध्य क्षेत्र में भ्रष्टाचार के विरुद्ध युवाओं और नागरिकों ने मुहिम छेड़ दी है। उन्होंने कहा कि एक लंबे अरसे से ग्रामीण अंचल में दिन रात मेहनत का ही परिणाम है कि आज प्रदेश के युवा और नागरिक भ्रष्टाचारियों को अधिक से अधिक रंगे हाथों ट्रैप करवा रहे हैं।
भ्रष्टाचारी पहुंचेंगे सलाखों के पीछे तभी स्थापित होगा ग्राम स्वराज
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार पूरे देश में दीमक की तरह फैल गया है और बिना कमीशन कोई भी अधिकारी कोई भी कार्य कर नहीं रहे जिसकी वजह से ग्राम स्वराज का सपना तो साकार होना दूर दिन प्रतिदिन शोषण और भ्रष्टाचार बढ़ता जा रहा है। जनपद और जिला स्तर से लेकर ग्राम पंचायत तक विकास के लिए आने वाली राशि में कमीशन खोरी चल रही है। इंजीनियर बिना कमीशन कोई भी काम नहीं करते चाहे तकनीकी स्कीकृति पास करने का मामला हो या फिर मूल्यांकन या सत्यापन हर जगह सरपंच और सचिवों से कमीशन लेकर सीईओ उपयंत्री और सहायक यंत्री काम कर रहे हैं।
अधिक से अधिक युवाओं को लोकायुक्त ट्रैप में आगे आने की की अपील
सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी ने प्रदेश के नागरिकों और विशेषकर युवाओं से आह्वान किया है कि वह आगे आकर अधिक से अधिक भ्रष्टाचारियों को लोकायुक्त से ट्रैप करवाएं। उन्होंने कहा की ग्राम पंचायतों में सरपंच सचिवों को पहले ही स्तर से कमीशन देनी पड़ रही है जिसकी वजह से ग्राम पंचायतों के कार्यों की गुणवत्ता भी प्रभावित होती है। इसलिए ग्राम पंचायत के सरपंच सचिव भी आगे आकर ऐसे भ्रष्ट जनपद सीईओ अधिकारियों कर्मचारियों और इंजीनियर को रंगे हाथों ट्रैप करवाएं और उनके ग्राम पंचायत और क्षेत्र के लिए आने वाली राशि का पूरा पूरा उपयोग कर विकास कार्यों में मिसाल स्थापित करें। उन्होंने यह भी कहा कि यदि नागरिकों को इसके विषय में किसी मदद की आवश्यकता पड़ती है तो आप बेहिचक उनकी हर संभव मदद मिलेगी।
- शिवानंद द्विवेदी, सामाजिक कार्यकर्ता