आशा,ऊषा व पर्यवेक्षकों ने मध्यप्रदेश सरकार द्वारा काटे गए प्रोत्साहन राशि वापस करने व आगे न काटा जाए उसको रोकने त्योंथर सिविल अस्पताल के बीएमओ केवी पटेल को सौंपा ज्ञापन
त्योंथर। आपको याद दिला दें मध्य प्रदेश सरकार ने आशा ऊषा व पर्यवेक्षकों को कोरोना काल में कोरोना वरियर्स के नाम से नवाजा था। लेकिन समय के साथ यह दावा खोखला लगने लगा है। क्यूंकि वैक्सीनेशन सहित तमाम कार्यों के लिए गली गांव मुहल्ले में जाकर सेवा देने वाली आशा ऊषा को 2000 हजार रुपए देकर सरकार कहीं न कहीं अमानवीय शोषण कर रही है। जिसे लेकर नवम्बर के महीने में आशा ऊषा व पर्यवेक्षकों ने अपनी वेतन बढ़ाने सहित जायज मांगों को लेकर पूरे प्रदेश में 6 दिवसीय हड़ताल का आयोजन किया था। आपको जानकर हैरानी होगी की सरकार ने मांगे तो पूरी नहीं की उल्टा हड़ताल के दिनों में उनको मिलने वाले वेतन और प्रोत्साहन राशि को काटने का कार्य कर रही है। जिसको रोकने के लिए संयुक्त रूप से त्योंथर की आशा ऊषा व पर्यवेक्षकों ने सिविल अस्पताल त्योंथर के बीएमओ केवी पटेल को ज्ञापन सौंपा है।