भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा विभागीय योजनाओं एवं वित्तीय लेनदेन के संबंध में आमजनता को जागरूक करने के लिए वित्तीय साक्षरता शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इस क्रम में महारानी लक्ष्मीबाई कालेज तथा आरसेटी में वित्तीय साक्षरता शिविर आयोजित किए गए। वित्तीय समझदारी समृद्ध नारी विषय पर इन शिविरों का आयोजन किया गया। शिविर में भारतीय रिजर्व बैंके प्रतिनिधि श्रीराम नागर ने ऑनलाइन माध्यम से जुड़कर शिविर के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए कहा कि हर व्यक्ति और हर परिवार को व्यवस्थित तरीके से वित्तीय प्रबंधन करना चाहिए। वित्तीय मामलों को समझना और उनका समुचति प्रबंधन करना समय की आवश्यकता है। हमारे देश में परंपरागत रूप से गृह स्वामिनी को लक्ष्मी का स्वरूप माना जाता है। घर की महिला वित्तीय प्रबंधन में कुशल और वित्तीय मामलों में जागरूक रहकर उचित वित्तीय प्रबंधन कर सकती हैं। इससे परिवार के भविष्य को सुरक्षित रहने में मदद मिलेगी। वित्तीय प्रबंधन अच्छा होगा तो घर-परिवार का भी प्रबंधन श्रेष्ठ होगा।
शिविर में शामिल महिलाओं और छात्राओं को घरेलू बजट बनाने की जानकारी दी गई। शिविर में बताया गया कि महिलाएं अपने घरेलू खर्चे का पूरा हिसाब किताब रखकर उसका मासिक बजट बनाएं। परिवार की आय जिन कार्यों में व्यय हो रही है उन क्षेत्रों की पहचान करके समुचित व्यय और बचत की ओर कदम बढ़ाएं। परिवार की जरूरतों को प्राथमिकता देकर कार्यों की लागत घटाने के तरीकों के बारे में विचार करें। अब लगभग हर व्यक्ति के पास बचत बैंक खाता है। इस खाते को नियमित रूप से संचालित करते हुए इसमें छोटी-छोटी बचत की राशि जमा करें। संकट काल में यह राशि आपके और परिवार के बहुत काम आएगी। शिविर में माइक्रो सेविंग और अच्छा क्रेडिट स्कोर बनाए रखने के संबंध में मार्गदर्शन दिया गया। शिविर में बैंकों तथा अन्य वित्तीय संस्थाओं से लेनदेन की प्रक्रिया विभिन्न कार्यों के लिए ऋण लेने तथा साइबर फ्राड से बचने के संबंध में भी जानकारी दी गई। शिविर में अग्रणी बैंक प्रबंधक जगमोहन तथा लक्ष्मीबाई कालेज के प्राध्यापकगण एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।