सामाजिक और आरटीआई कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी की एक आरटीआई में ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रीवा में चल रही व्यापक स्तर की अनियमितताओं का एक और मामला सामने आया है जहाँ पर ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रीवा क्रमांक 01 में पदस्थ कार्यपालन यंत्री टीपी गुर्दवान द्वारा अपने कार्यकाल के दौरान इनकी टूर डायरी दिनांक 02.01.2023 से 30.12.2023 तक में बिना सक्षम अधिकारी (अधीक्षण यंत्री/सीईओ जिला पंचायत) के अनुमोदन के ही स्वयं का वेतन आहरण किया गया है. शिकायत में लेख है की ईई टीपी गुर्दवान की टूर डायरी सक्षम अधिकारी द्वारा अनुमोदित नहीं है और न ही शासन के मापदंडों अनुरूप ही तैयार की गयी है. बताया गया की शासन के मापदंड अनुसार टूर डायरी विस्तृत बनाए जाने का प्रावधान होता है जहाँ टूर के दौरान जो कार्य का निरीक्षण/अवलोकन सम्बंधित अधिकारी द्वारा किया गया हो उस कार्य में पायी गयी कमी अथवा विशेषता के विषय में विस्तार से व्योरा दिया जाना चाहिए एवं अधीनस्थ अमले एवं निर्माण एजेंसी को क्या सुधार कार्य किया जाना है इसका निर्देश एवं सुझाव दिया जाता है. टूर के दौरान विस्तृत निरीक्षण प्रतिवेदन भी बनाए जाने का प्रावधान रहता है लेकिन न तो निरीक्षण प्रतिवेदन बनाए गए हैं और न ही टूर डायरी अनुमोदित है इसका तात्पर्य यह हुआ की कार्यपालन यंत्री टीपी गुर्दवान जब पिकनिक मनाने की इच्छा पड़ती थी तो सरकारी गाड़ी लेकर निकल जाते थे और पिकनिक मनाकर और शासन का डीजल पेट्रोल और टीए-डीए लेकर वापस आ जाते थे. यह पूर्णतया नियम विरुद्ध एवं अवैधानिक प्रक्रिया है जिस पर दोषियों के विरुद्ध दंडात्मक कार्यवाही और विभागीय जांच संस्थित किये जाने की माग शिवानंद द्विवेदी द्वारा की गयी है. लेख किया गया है की इस अवधि में अर्जित वेतन, लागबुक में भरे तेल खर्च, गाड़ी का किराया आदि दुरूपयोग की श्रेणी में लाया जाकर निष्फल व्यय की श्रेणी में डाला जाकर वसूली और दंडात्मक कार्यवाही की भी माग की गयी है.
अक्सर टूर डायरी और लागबुक में अधिकारी कर देते हैं लोचा:
बताते चलें की टूर डायरी, वाहन खर्च और लाग बुक में गड़बड़ियाँ किया जाना कोई नई बात नहीं है. अक्सर अधिकारी इन दस्तावेजों में हेरफेर करते हैं और बिना भ्रमण के ही टूर डायरी और लागबुक बनाया करते हैं. जब मामले पर आरटीआई लगाया जाकर जानकारी प्राप्त की जाती है तो अक्सर अधिकारी इन गड़बड़ियों में फंस जाते हैं. अभी ताजा मामला जांचों से घिरे कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग रीवा क्रमांक 01 टीपी गुर्दवान का है जहाँ उनके नित नए कारनामे प्रकाश में आ रहे हैं. यदि बिना अनुमोदित टूर डायरी और लागबुक के पेमेंट हाशिल किये जाने के मामले की सही जांच हो जाती है तो आने वाले समय में ईई गुर्दवान एक और मुश्किल में फंस सकते हैं. वहरहाल अभी तक मामले में हीलाहवाली ही चल रही है और अधीक्षण यंत्री अतुल चतुर्वेदी और सीईओ जिला पंचायत कोई भी जांच समय पर पूरा नहीं कर पा रहे हैं जिसको लेकर उनकी कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं.
कमिश्नर रीवा ने सीईओ जिला पंचायत को सौंपी जांच:
टूर डायरी और लागबुक में गड़बड़ी की शिकायत की जाँच को कमिश्नर रीवा संभाग बीएस जामोद ने सीईओ जिला पंचायत रीवा को सौंपी है लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हो पायी है. अपने पत्र क्रमांक 1426 दिनांक 19 अप्रैल 2024 के माध्यम से कमिश्नर रीवा ने सीईओ जिला पंचायत को जांच पूर्ण कर आवश्यक कार्यवाही करते हुए जाँच प्रतिवेदन शीघ्र कमिश्नर कार्यालय को भेजे जाने का लेख किया था लेकिन आज 9 महीने होने को हैं जांच पूरी नहीं की जा सकी है.
5 माह में ईई टीपी गुर्दवान का है रिटायरमेंट:
यह भी बताते चलें की भ्रष्टाचार और व्यापक अनियमितता के आरोपों से घिरे कार्यपालन यंत्री टीपी गुर्दवान का रिटायरमेंट भी जल्दी ही है जिसको लेकर शिकायतकर्ता ने आपत्ति जाहिर की है और आरोप भी लगाया है की क्योंकि गुर्दवान 5 महीने में सेवानिवृत्त होने वाले हैं इसलिए पूरा पंचायत विभाग ईई गुर्दवान की जांच गंभीरता से नहीं कर रहा है जिससे उन्हें इसका लाभ मिल जाए और कोई खास कार्यवाही गुर्दवान के विरूद्ध न हो पाए.