चाकघाट। किसान अपनी फसल सुरक्षा के लिए लगाए गए लोहे की जाली (बाउंड्री वॉल) में बिजली का करंट फैलाकर अपनी फसल बचाने का प्रयास तो करते हैं किंतु उनकी इस हरकत से कई लोगों की जान जा चुकी है तथा भारी संख्या में बेजुवान पशु भी मौत के शिकार हो रहे हैं। इस पर तत्काल रोक लगाया जाना चाहिए। त्योंथर क्षेत्र के साथ ही साथ अन्य कई क्षेत्रों में फसल सुरक्षा के लिए लगाए गए लोहे के जाली/ कांटेदार तार में हाई वोल्टेज का करंट दौड़ा दिया जाता है जिसकी जानकारी सार्वजनिक रूप से आम लोगों को नहीं हो पाती और वे इसके शिकार हो जाते हैं। इस अंचल में अनेक लोगों की इस तरह बिजली करंट से मौत भी हो चुकी है। यह भी देखा गया है कि सिंचाई के नाम पर विद्युत मोटर चलाने के लिए दूर खेतों के बीच में बिजली का कनेक्शन ले जाने के लिए लोग खुले तारों का प्रयोग करते हैं जिसमें करंट रहता है, और खुला तार कभी-कभी जमीन पर गिर जाता है तो उससे करंट फैल जाता है और लोग मर जाते हैं। इस अंचल में सूत्रों की माने तो बिगड़ दो-तीन वर्षों में एक दर्जन से भी ज्यादा लोग इस तरह के बिजली करंट के शिकार हो चुके हैं। मवेशियों का मरना तो आम बात हो गई है। थोड़े से सुरक्षा के नाम पर किसी के जान से खिलवाड़ करना यह कतई उचित नहीं है। जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन एवं पंचायत के सचिव सरपंच इस गंभीर समस्या कीओर ध्यान दें तथा लोगों को जागरूक करें की अवैध रूप से बाउंड्री के तारों में करंट न फैलाएं और असमय लोगों की मौत होने से रोके। यह कृत्य घोर अनुचित है अनजाने में किया गया हत्या का प्रयास है। जिससे लोगों की प्राण रक्षा करना हम सब का कर्तव्य है। इस संदर्भ में त्योंथर क्षेत्र के पुलिस अनुविभागीय अधिकारी उदित मिश्रा ने हमारे संवाददाता (राम लखन गुप्त) से चर्चा करते हुए आम लोगों से आग्रह किया है कि व बिजली करंट का ऐसा कोई भी कार्य न करें जिससे लोगों की जान को खतरा उत्पन्न हो सके। उन्होंने अधीनस्थ पुलिस कर्मचारियों अधिकारियों को भी इस संदर्भ में निर्देशित किया है कि वे लोगों को जागरूक करें और होने वाले संभावित दुर्घटना को रोकने में सहभागी बने।
