उक्त मामला रीवा जिले के अंतरैला थाना, जवा का है। जहाँ घर से परीक्षा के लिए निकली बच्ची के साथ आरोपी ने खेत में ले जा कर दुष्कर्म किया। मामला संज्ञान में आते ही अंतरैला पुलिस ने त्वरित कार्यवाई शुरू कर दी और आरोपी को धर दबोचा।
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रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विवेक लाल के निर्देशन में एसडीओपी रूपेंद्र धुर्वे के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी अभिषेक खरे के नेतृत्व मे दुष्कर्म के आरोपी को त्वरित कार्यवाही करतें हुए गिरफ्तार कर लिया गया है। जानकारी के मुताबिक दिनांक 15/3/24 को पुलिस को सूचना प्राप्त हुईं की पीड़िता अपने घर से पगडंडी के रास्ते परीक्षा देने स्कूल जा रही थी, जैसे ही रास्ते में अरहर के खेत के पास पहुंची तभी अचानक पीछे से एक लड़का आया और उसका मुंह दबाकर उसे अरहर के खेत में लें गया। जहाँ डरा धमका कर दुष्कर्म किया। सूचना पर पुलिस तत्काल मौके पर पहुँच कर घटना का निरीक्षण किया। पीड़िता के रिपोर्ट पर अपराध धारा 376 भादवि 3/4 पास्को एक्ट पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। वहीं घटना के बारे में वरिष्ठ अधिकारियो को अवगत करवा घटना स्थल का एफएसएल टीम रीवा द्वारा वरिष्ठ अधिकारियो की उपस्थित में निरिक्षण किया गया। उक्त मामले में पीड़िता द्वारा बताए गए अज्ञात आरोपी के हुलिया कपड़ो के अनुसार जाँच शुरू हुई। विवेचना के दौरान तथ्य आया की घटना स्थल के पास घटना के समय नीले रंग की बिना नंबर की होंडा साइन बताई गई। जिसके बाद क्षेत्र में तस्दीक किया गया तो पता चला कि घटना स्थल के पास खेत को जो व्यक्ति अधिया में लिया है उसके पास भी होंडा साइन मोटर साइकिल है। तब उस व्यक्ति एवं अन्य व्यक्ति से बारीकी से पूछ ताछ की गई। संदेही लवकुश कुमार कोल पिता चंद्र शेखर कोल उर्फ भंडारी उम्र 22 वर्ष निवासी नौबस्ता टगहा थाना जनेह का वक्त दिनांक घटना को उक्त मोटर साइकिल घर से लेकर घटना स्थल तक जाना पाया गया। जिस वक्त घटना के समय से कोई पता नहीं चल रहा है। तब संदेही लवकुश कुमार कोल की पता तलाशी की गई जो दस्तयाब हुआ। जिससे घटना के सम्बन्ध में करीबी से पूछताछ की गई जो जुर्म करना स्वीकार किया। आरोपी को विवेचना उपरांत गिरफ्तार किया गया। उक्त कार्यवाही में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक अभिषेक खरे, सहायक उपनिरीक्षक संतोष पाण्डेय, प्रधान आरक्षक सुनील चौधरी, प्रधान आरक्षक मजमून खान, आरक्षक केपी सिंह, आरक्षक राकेश भदौरिया, आरक्षक सुनील कुशवाहा, आरक्षक राहुल पाण्डेय, सैनिक कृष्ण गोविंद सिंह, महिला आरक्षक खुशी शामिल रहे और महज दो दिन में आरोपी को धर दबोचा।