राम मनोरथ विश्वकर्मा, जवा। जनपद पंचायत जवा अन्तर्गत ग्राम पंचायत बरौली ठकुरान मे बने सार्वजनिक शौंचालय की शोभा को बढ़ा रहीं हैं कोरेक्स और शराब की शीशियां,पता ही नहीं चलता की कचड़े में शौचालय या शौंचालय में कचड़ा है,जबिक शौचालय से महज दो सौ मीटर की दूरी पर जनपद कार्यलय और तहसील कार्यालय संचालित है जहां पर दोनों कार्यालय में संबंधित अधिकारियों का रोजाना आना जाना होता है फिर भी यह कचड़ा भरा शौचालय किसी को दिखाई नही देता और ना ही हिम्मत जुटा पाए की इसकी साफ सफाई करवाई जाय, यहां तक कि शौचालय की दीवार पर राष्ट्र पिता महात्मा गांधी के चस्मे का लोगो लगाकर स्वच्छ भारत भी लिख रखा है जो स्वच्छता का संदेश दे रहा है फिर भी उनके सपने को साकार करना दुर्लभ हो रहा है। इतना ही नहीं और लिखा है स्वच्छता ही सेवा है, एक कदम स्वच्छता की ओर,गांधी जी का सुंदर सपना, गंदगी मुक्त हो गांव अपना इसके अलावा यह भी लिखा गया है कि खुले में पेशाब करने वाले को 100 रूपए का जुर्माना होगा। इस शौचालय की दुर्दशा को लेकर जब जनपद पंचायत जवा के प्रभारी सी ई ओ नागेंद्र सिंह से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा जल्द ही शौचालय की साफ़ सफाई कराई जाएगी और वहां कचड़े का डंप लगाए जाने पर रोक लगाई जाएगी लेकिन कचड़े का अंबार उसी स्थिती पर आज भी शौचालय की शोभा बढ़ा रहा है। स्वछता को लेकर स्वच्छता ग्रहियों की नियुक्ति भी अर्थहीन साबित हो रही है। जहाँ उन्हें अपने क्षेत्र में सक्रियता दिखानी चाहिए उलट वो अक्सर नेताओं को अधिकारीयों को ज्ञापन देते नज़र आते हैं। न तो अभी तक क्षेत्र में कोई स्वच्छताग्रही दिखा न ही उनके द्वारा जन जागरूकता या कोई पहल। इसके चलते सारी की सारी योजनाओं में भारी लापरवाही देखने को मिलती रहती है। अब ऐसी गंदगी में जायेंगे तो बीमारी ही लेकर आएंगे।
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