दिल्ली का एक इलैक्ट्रिशियन जो बन गया बॉलीवुड का बहुत बड़ा संगीतकार

दिल्ली का एक इलैक्ट्रिशियन जो बन गया बॉलीवुड का बहुत बड़ा संगीतकार और रच डाले कई कालजयी गीत। हिंदी सहीत कई दूसरी भारतीय भाषाओं में भी इन्होंने संगीत दिया। शायद कोई ही बचा हो जो किसी शादी में इस गीत पर ना नाचा हो जिसके बोल थे,”आज मेरे यार की शादी है।” या कोई होगा जो अपनी बहन-बेटी की विदाई में “बाबुल की दुआएं लेती जा” गीत सुनकर रोया ना हो। ऐसे गीतों के कंपोज़र थे रवि साहब। संगीतकार ‘रवि शंकर शर्मा’ रवि के नाम से मशहूर कई सदाबाहर गाने दिए, जिसमें ‘चौहदवीं का चांद हो’, ‘आज मेरे यार की शादी है’, ‘नीले गगन के तले’, ‘बाबुल की दुआएं लेती जा’, ‘ओ मेरी जोहरा जबीं’ जैसे अनेक गाने शामिल है। आप ने संगीत की कोई विधिवत शिक्षा नहीं ली थी फिर भी इतिहास रच दिया।

हर पल की खबर के लिए क्लिक करें और जुड़े व्हाट्सप्प चैनल से

आज संगीतकार रवि शंकर शर्मा जी का जन्मदिवस है। 03 मार्च 1926 को दिल्ली में इनका जन्म हुआ था। इनका पूरा नाम था रवि शंकर शर्मा था। चूंकि इनके पिता भजन गायन करते थे तो पिता से प्रेरित होकर इन्हें भी संगीत में रूचि होने लगी। इनके बारे में बड़ी रोचक बात ये है कि संगीत में इन्होंने जो मुकाम हासिल किया, वो खुद के दम पर किया। हारमोनियम इन्होंने खुद से सीखा। शास्त्रीय संगीत की इनकी कोई ट्रेनिंग नहीं हो पाई थी। हारमोनियम के अलावा भी इन्होंने दूसरे वाद्य बजाने सीखे थे। लेकिन दूसरों को देख-देखकर। और साथ ही साथ घर को सपोर्ट करने के लिए ये इलैक्ट्रिशियन का काम भी करते थे। 1950 में संगीत की दुनिया में नाम कमाने का फैसला कर ये दिल्ली से बॉम्बे आ गए। काफी संघर्ष किया शुरुआत में। फुटपाथ पर सोए। भूखे पेट भी कई दफा रहना पड़ा। उस दौर में इनकी रातें मलाड रेलवे स्टेशन पर कटती थी। कई बड़े लोगों के दफ्तरों के चक्कर लगाने के बाद इन्हें कुछ-एक फिल्मों में इक्का-दुक्का गीत गाने के मौके मिले लेकिन उनसे कुछ खास भला नहीं हुआ। बस इतना फर्क पड़ा कि स्टेशन से उठकर एक टिन शेड वाला कमरा इन्होंने किराए पर ले लिया। फिर साल 1952 में रवि पर नज़रें पड़ी हेमंत कुमार की। हेमंत कुमार जी ने किसी पारखी जौहरी की तरह रवि के अंदर छिपे हुनर के हीरे को पहचान लिया। उन्होंने रवि को अपना सहायक रख लिया। बस फिर क्या था रवि हर दिन अपनी मेहनत और हुनर से तरक्की करते गए और फिल्म इंडस्ट्री के नामी संगीतकार बन गए।

पद्मश्री से सम्मानित लोकप्रिय गीत आज मेरे यार की शादी है, डोली चढ़ के दुल्हन ससुराल चली, मेरा यार बना है दूल्हा और बाबुल की दुआएं लेती जा को अपने संगीत से अमर कर देने वाले, प्रसिद्ध संगीतकार रवि शंकरशर्मा रवि जी को उनकी जयंती पर हार्दिक श्रद्धांजलि।

पुलिस जनसंवाद : वाहन चलाते समय हम यातायात के नियमों का पालन अवश्य करें – SDOP उदित मिश्रा

Facebook
Twitter
WhatsApp
Telegram
Email

Leave a Comment

ट्रेंडिंग खबर

ट्रेंडिंग खबर

today rashifal

हमसे जुड़ने से पहले कुछ बातों का ध्यान रखना आवश्यक है... पोर्टल पर आपके द्वारा डाली गयी खबर/वीडियो की सभी जानकारी घटनास्थल और घटना का समय सही और तथ्यपूर्ण है तथा घटना की खबर आपके क्षेत्र की है।अगर खबर में कोई जानकारी/बात झूठी या प्रोपेगेंडा के तहत पाई जाती है तो इसके लिए आप ही ज़िम्मेदार रहेंगे।