दिनेश द्विवेदी, जवा। लोकतान्त्रिक देश में प्रजातंत्र पर ऐसा प्रहार शायद ही क्षेत्र में कभी देखने या सुनने को मिला होगा। अब इसे पब्लिसिटी स्टंट कहें या फिर मज़बूरी क्युंकि आरोप है कि जिसके पास शिकायत लेकर गए उसी ने उल्टा शिकायत करता को ही मुर्गा बना दिया। प्रचार करने गए लोगों ने आरोप लगाया है कि कुछ लोगों द्वारा उनके ऊपर प्रचार के दौरान हमला किया गया साथ ही धमकी भी दी गई और पुलिस उल्टा उन्ही को मुर्गा बना डाला।
जानकारी के मुताबिक सिरमौर विधानसभा क्षेत्र में जब राष्ट्रवादी भारत पार्टी (RBP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं प्रत्याशी अविनाश शुक्ला जी के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की गई है। जिनका आरोप है कि प्रचार के दौरान कुछ कार्यकर्ता चंपागढ़ गांव गए थे, जहां पर कुछ लोगों द्वारा लाठी डंडा फरसा लेकर के डराया – धमकाया गया और मारपीट भी कि गई। साथ ही हिदायत दी गई कि ब्राह्मण और राष्ट्रवादी भारत पार्टी (RBP) के लोगों को गांव में प्रचार नहीं करने दिया जायेगा। आरोपियों द्वारा कहा गया कि, यहाँ भाजपा के लोग ही प्रचार कर सकते हैं। राष्ट्रवादी भारत पार्टी (RBP) के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि मामला थाना पनवार पहुंचा तो पुलिस ने उल्टा मारपीट करने वालों को गिरफ्तार करने के बजाय, मार खाने वाले पीड़ितों को ही पकड़ थाने लेकर आई और बोली की भाग जाओ नहीं तो 188 का प्रकरण कायम कर दूंगा। घटना कि जानकारी मिलते ही राष्ट्रवादी पार्टी (RBP) के प्रत्याशी अविनाश शुक्ला जी पनवार थाना गए और मामले को समझने कि कोशिश की। आरोप है कि पुरे वाक़्ये के दौरान थाना प्रभारी द्वारा गैरजिम्मेदाराना और असंवैधानिक रूप से जबाब दिया गया और बिना पूरी कार्यवाई निकल गए। जिसके बाद मामले में प्रधान आरक्षक द्वारा प्रकरण कायम किया गया।
गौर करने वाली बात यह है कि अगर चुनाव के दौरान ही इस तरह के आरोप लग रहे तो चुनाव के बाद क्या होगा ! घटना के बाद ब्राह्मण समाज के लोगों में काफी आक्रोश है और बताया जा रहा कि सामंतवाद को ख़त्म करने के लिए एक जुटता के साथ लगभग सभी वर्ग के लोग राष्ट्रवादी भारत पार्टी के प्रत्याशी अविनाश शुक्ला को जिताने कि बात करने लगे हैं। लोगों के बीच चर्चा है कि अगर अविनाश शुक्ला चुनाव जीत गए तो सिरमौर में सामंतवाद समाप्त हो जायेगा और गरीबवाद आगे आएगा। अविनाश शुक्ला ने आरोप लगाया है कि सिरमौर विधानसभा क्षेत्र के तराई अंचल के थाना प्रभारी, एसडीओपी सभी भाजपा प्रत्याशी के इशारे पर काम कर रहे हैं। यदि निर्वाचन आयोग को लोकतांत्रिक रूप से चुनाव नहीं करवाना है तो चुनाव का नाटक ना करे। अविनाश शुक्ला ने कहा कि तत्काल निर्वाचन आयोग एसडीओपी सहित चारों थाना के थाना प्रभारी को हटाकर अच्छे थाना प्रभारी की पद स्थापना करें ताकि चुनाव निष्पक्ष रूप से संपन्न कराया जा सके।