रामलखन गुप्त, चाकघाट। बद्रीनाथ धाम के प्रोटोकॉल अधिकारी अजीत भंडारी ने एक चर्चा में बताया है कि बद्रीनाथ धाम की यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित एवं निरापद ह उन्होंने तीर्थ यात्रियों से आग्रह किया है कि वे प्राकृतिक सौंदर्य एवं भगवान बद्रीनाथ के दर्शन हेतु उत्साह पूर्वक पधारें ।
भारत देश में पर्वतीय प्राकृतिक सौंदर्य एवं तीर्थ स्थल के रूप में उत्तराखंड की महिमा विश्व विख्यात है, जिसमें भगवान विष्णु के धाम बद्रीनाथ की गड़ना चारों धामों में एक प्रमुख धाम के रूप में की जाती है। यहां की प्राकृतिक एवं पर्वतीय रमणीयता के चलते समूचे विश्व से श्रद्धालु एवं पर्यटक बद्रीनाथ की यात्रा करते हैं। बद्रीनाथ धाम में पत्रकारों की आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की बैठक में समूचे भारतवर्ष के विभिन्न प्रांतो के पत्रकारों का समागम हुआ, जिसमें ज्योतिषमठ के शंकराचार्य जी ने पत्रकारों को अपने नैतिक एवं सामाजिक दायित्व के प्रति सदैव सचेत रहने की बात कही ।बद्रीनाथ धाम के टेंपल अधिकारी राजेंद्र सिंह चौहान,उपाध्यक्ष किशोर पवार एवं बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर प्रबंध समिति के प्रोटोकॉल अधिकारी अजीत भंडारी ने वरिष्ठ पत्रकार राम लखन गुप्त एवं उनकी धर्मपत्नी का अन्य पत्रकारो के साथ बद्रीनाथ धाम की परम्परा के अनुरूप अंगवस्त्र एवं तुलसी माला से स्वागत किया। प्रोटोकॉल अधिकारी अजीत भंडारी ने चर्चा के दौरान बताया की उत्तराखंड की भूमि देवभूमि है यहां की पर्वत श्रृंखला,यहां की वनस्पतियां एवं यहां का वातावरण अत्यंत रमणीय है। यहां पर आने वाले श्रद्धालु जहां एक और भगवान बद्रीनारायण के दर्शन पाते हैं और यहां के प्राकृतिक गरम कुंड के गर्म जल में स्नान करके विभिन्न बीमारियों से रोग मुक्त होते हैं वही प्रकृति की अनुपम छटा यहां सर्वत्र देखने को मिलती है । वर्तमान समय में बद्रीनाथ की यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित एवं निरापद है। कहीं भी किसी तरह से यहां आने वाली यात्रियों को कोई संकट एवं कोई भी प्राकृतिक आपदा का सामना नहीं करना पड़ रहा है। इस समय बद्रीनाथ धाम का वातावरण बहुत ही स्वच्छ एवं यात्रा में कहीं कोई कठिनाई नहीं आ रही है ।प्रोटोकॉल अधिकारी ने बताया है कि कुछ भ्रांतियों के चलते भगवान श्री बद्रीनाथ के दर्शन से कुछ लोग वंचित हो रहे हैं। उन्हें यह भ्रमित किया जा रहा है कि यहां की यात्रा काफी संकट एवं कठिनाई पूर्ण है जबकि ऐसा यहां पर नहीं है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया है की भगवान बद्रीनाथ के दर्शन करने के लिए वह उत्साह पूर्वक आए भगवान और यहां की प्रकृति दर्शन का लाभ उठाएं। बद्रीनाथ धाम की सुखद एवं आनंदमयी यात्रा के लिए उत्तराखंड प्रशासन एवं मंदिर प्रबंध समिति तीर्थ यात्रियों की सेवा में सदैव तात्पर्य है।