आज के समय में बिजली एक मूलभूत जरुरत है। जरा सी देर के लिए अगर बिजली चली जाती है तो हमारा जीवन घुटन महसूस करने लगता है। ऐसे में बिजली उपभोक्ताओं द्वारा बिजली का उपभोग करने के बाद बिल जमा करने में आनाकानी करना अव्यवस्था को बढ़ावा देता है, जिसकी वजह से बिजली आपूर्ति में बाधाएँ उतपन्न होने लगती है।
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ऐसी ही बाधाओं से निपटने के लिए बीते कल में बिजली विभाग के बड़े बकायादारो पर चला विद्युत विभाग का हंटर। विद्युत विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत शुरू हुई बड़ी कार्यवाही। जानकारी के मुताबिक विद्युत विभाग के त्योंथर कार्यपालन अभियंता अल्पा ठाकुर के निर्देश पर सहायक अभियंता त्योंथर ओमेंद्र सिंह , सहायक अभियंता अविनाश पांडे ने कुशल नेतृत्व में हमराह स्टाफ मीटर वाचक मानेश द्विवेदी , पीसी सिंह सहित अन्य स्टाफ के साथ विद्युत विभाग की टीम के द्वारा निद्दूरा गांव में दयाशंकर सिंह बकाया बिल राशि 82821 रू और ग्राम अतरसुई हर्ष नारायण दुबे 80856 रु को पूर्व में कई बार विद्युत विभाग के द्वारा नोटिस दी गई थी और विद्युत बिल जमा करने की हिदायत दी गई थी। लेकिन बकायादारों द्वारा कभी भी बिल नहीं जमा किया गया था। जिसकी वजह से विद्युत विभाग की टीम के द्वारा कुर्की की कार्यवाही की गई। कुर्की में दोनो बड़े बकायदारो के दो ट्रैक्टर जप्त किये गए हैं।
एक नज़र
बिजली का बिल नज़र अंदाज करना नया नहीं है। उपभोक्ता हमेशा ही चुनावी घोषणाओं का इंतज़ार करते हैं कि कब वोट के लालच में नेता ये घोषणा कर दें कि सरे कर्जे माफ़। एक जानकारी के मुताबिक़ विद्युत् संभाग त्योंथर अंतर्गत उपभोक्ताओं पर तक़रीबन 30 करोड़ का बिल बकाया है। अब अगर यह जानकरी सही है तो सोचने वाली बात है कि विद्द्युत विभाग के कर्मचारी बिल वसूलने में फिसड्डी क्यों हैं ? आखिर बाक़ी बकायादारों पर कब नकेल कसेंगे ? क्यूंकि बढ़ती गर्मी के साथ त्योंथरांचल में बिजली संकट विकराल रूप ले लेगा और फिर पिछली बार कि तरह लोग सड़कों पर उतरने लगेंगे। अगर इन सब से बचना है तो विभाग को समय रहते चेतना होगा।