भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा त्योंथर सिविल अस्पताल और पोषण पुनर्वास केंद्र, एक घंटे के अंदर छुट्टी देकर 72 घंटों तक कागजों में दिया जाता है प्रसूता को पोषण आहार
रीवा, मप्र। त्योंथर सिविल अस्पताल और पोषण पुनर्वास केंद्र भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुका है,जहा बच्चा पैदा होने पर एक घंटे के अंतराल में प्रसूता को अस्पताल से छुट्टी दे दी जाती है, पर कागजो मे वह 72 घंटो तक एडमिट रहती है। जिसे 72 घंटो तक पोषण आहार दिया जा रहा है। इतना ही नहीं 72 घंटो तक कागजो मे शासन के मीनू के हिसाब से पोषण आहार से जुड़ी डाईट रिकॉर्ड मे दर्ज भी किया जाता है,जबकि प्रसूता के परिजन बजार से खरीदकर दूध तक पिलाने को मजबूर हो रहे है। सूत्रों के मुताबिक यह खेल बीएमओ के साथ मिलकर संबंधित ठेकेदार जमकर खेल रहा है। बताया जाता है कि त्योंथर शिविल अस्पताल के बीएमओ के साथ उनके दलालो के लिये एनआरसी का पोषण पुनर्वास केंद्र दुधारू गाय साबित हो रहा है, जहाँ कागजो पर योजनाएं संचालित हो रही है। अगर एनआरसी केन्द्र मे भर्ती मरीजो का बयान लिया जाय तो करीब लाखो रूपये का हर माह भ्रस्टाचार निकलकर सामने आयेगा। जिसमे बीएमओ वा उनके चहेते ठीकेदार के साथ लेखापाल की भूमिका भी संदेह के घेरे मे है। जिसकी पूर्व में भी त्योंथर के समाज सेवियो ने शासन से जांच करने की माग उठाई थी , पर पूरे मामले में वरिष्ठ अधिकारी भी चुप्पी साधे हैं और कार्रवाई करने के बजाए खुद दे रहे संरक्षण।