चाकघाट, मप्र। धान के अवैध परिवहन के लिए बनाई गई चाकघाट बॉर्डर चेक पोस्ट भगवान भरोषे
मध्य प्रदेश के सम्पूर्ण जिलों में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन केंद्र शुरू होने के पहले ही दूसरे राज्यों से आने वाली अवैध धान के रोकथाम को लेकर प्रशासन ने कमर कस ली थी और समय पर ही चेक पोस्ट नाके तैयार करने का दावा भी शुरू कर दिया था।
औचक निरिक्षण में कहानी साफ
मामला रीवा जिले के चाकघाट बॉर्डर का है जहाँ लगाए गए चेक पोस्ट को लेकर कई बार खबरें चलीं लेकिन नाके पर नियुक्त कर्मचारियों को कोई फर्क नहीं पड़ा। सूत्रों के मुताबिक आज शाम नायब तहसीलदार दिलीप शर्मा द्वारा नाके का औचक निरीक्षण किया गया है, जिसमें चेकपोस्ट कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। जिसके बाद नायब तहसीलदार द्वारा पूरे मामले को संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करने की बात कही गई है।
सार
रीवा कलेक्टर मनोज पुष्प द्वारा अवैध धान के रोकथाम को लेकर बनाई गई योजनाओं और आदेशों की जमकर अवहेलना हो रही है। यहाँ बात सिर्फ एक नाके की नहीं है। बल्कि मिली जानकारी के अनुसार ऐसी लापरवाही की वजह से कई सीमावर्ती क्षेत्रों में गुपचुप तरीके से धान का अवैध परिवहन शुरू है। सवाल ये है और कितने औचक निरिक्षण कर , कर्मचारियों को उनकी जिम्मेदारी याद दिलानी पड़ेगी।?
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