कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने जल गंगा संवर्धन अभियान के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर ने कहा कि मानसून के समय से पहले आने की संभावना व्यक्त की गई है। इसे ध्यान में रखते हुए जल गंगा संवर्धन अभियान में स्वीकृत जल संरक्षण के सभी कार्य तथा मनरेगा योजना के अधूरे निर्माण कार्य 10 जून तक पूरा करें। जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी स्वीकृत निर्माण कार्यों का प्रतिदिन मस्टर जनरेट कराकर भुगतान सुनिश्चित करें। जल संरक्षण के कार्यों में वित्तीय प्रगति संतोषजनक नहीं है। साथ ही पूरे हो गए निर्माण कार्यों का पूर्णता प्रमाण पत्र भी जारी कराएं। सभी ग्राम पंचायतों में जल गंगा यात्रा अनिवार्य रूप से निकालें। जल यात्रा का समापन किसी जल स्रोत में करके उसकी साफ-सफाई और सुधार के कार्य में श्रमदान भी कराएं।
कलेक्टर ने कहा कि सभी जनपद पंचायतों को वर्षाकाल में एक-एक लाख पौधे रोपित करने का लक्ष्य दिया गया है। इसके लिए वन विभाग तथा अन्य विभागों से समन्वय बनाकर वृक्षारोपण की तैयारी कर लें। वर्षा के पहले गड्ढे तैयार करा लें। वृक्षारोपण के लिए वृक्षों की किस्म और आकार का निर्धारण करके उनके रोपण की कार्ययोजना बना लें। किसानों को भी खेतों के किनारे वृक्षारोपण के लिए प्रेरित करें। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मेहताब सिंह गुर्जर ने कहा कि मनरेगा तथा जल गंगा अभियान में स्वीकृत निर्माण कार्यों के मस्टर तत्काल जारी कराएं। यदि समय पर भुगतान नहीं किया गया तो संबंधित उपयंत्री, ग्राम पंचायत सचिव, रोजगार सहायक और परियोजना अधिकारी पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। निर्माण कार्यों के मस्टर प्रतिदिन जनरेट कराएं। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने कहा कि जल गंगा अभियान से जुड़े कार्यों तथा कार्यक्रमों के फोटो एवं वीडियो जनसम्पर्क विभाग के माध्यम से समुचित प्रचार-प्रसार कराएं। व्हाट्सएप ग्रुप में भी जल संरक्षण से जुड़ी जानकारी और फोटो प्रतिदिन शेयर करें। बैठक में कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, परियोजना अधिकारी मनरेगा तथा जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी उपस्थित रहे।