कार्ययोजना के अनुसार जल संरक्षण के कार्य कराएं – कलेक्टर
कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने जल गंगा संवर्धन अभियान की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि अभियान से जुड़े विभागों द्वारा 30 मार्च से 30 जून तक की अवधि में जल संरक्षण के कार्यों की पूरी कार्य योजना बनाई गई है। कार्य योजना के अनुसार जिले भर में जल संरक्षण के कार्य कराएं। जल संरक्षण के लिए प्रत्येक नगरीय निकाय तथा प्रत्येक ग्राम पंचायत में जागरूकता अभियान चलाएं। जल गंगा संवर्धन अभियान में स्वयंसेवी संस्थाओं, सामाजिक संगठनों तथा आमजनों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करें। अभियान के दौरान प्रत्येक ग्राम पंचायत में जल संरक्षण के कम से कम दो कार्य अवश्य कराएं। पर्याप्त भूमि उपलब्ध होने तथा तकनीकी रूप से उपयुक्त स्थल होने पर अमृत सरोवरों का निर्माण कार्य कराएं। जिले के लिए निर्धारित 18 सरोवरों के निर्माण के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी तकनीकी और प्रशासकीय स्वीकृति जारी कराएं। कार्य योजना में शामिल 1219 खेत तालाबों के निर्माण के लिए हितग्राहियों का चयन करके इनकी भी प्रशासकीय और तकनीकी स्वीकृति जारी करें।
कलेक्टर ने कहा कि कार्यपालन यंत्री जल संसाधन अभियान के दौरान सभी प्रमुख नहरों की साफ-सफाई तथा सुधार के कार्य प्राथमिकता से कराएं। कार्यों की प्रगति का फोटोग्राफ सहित प्रतिवेदन हर सप्ताह प्रस्तुत करें। पोर्टल पर भी ऑनलाइन जानकारी दर्ज कराएं। कार्यपालन यंत्री पीएचई सभी हैण्डपंपों में पानी के रिचार्ज संरचना का निर्माण कराने के लिए अभियान शुरू करें। ग्राम पंचायतों के सहयोग से सभी हैण्डपंपों में रिचार्ज संरचना का निर्माण कराएं। जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मनरेगा योजना से पूर्व से स्वीकृत जल संरक्षण के अधूरे कार्यों को पूरा कराकर उनका पूर्णता प्रमाण पत्र जारी करें। जनपद में जल संरक्षण के कार्यों में अन्य विभागों से समन्वय बनाकर कार्य पूरा कराएं। आयुक्त नगर निगम तथा मुख्य नगर पालिका अधिकारी सभी पक्के भवनों में वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम अनिवार्य रूप से लगवाएं। इससे जल संरक्षण के साथ-साथ स्वच्छता को भी बढ़ावा मिलेगा। उप संचालक कृषि, सहायक संचालक उद्यानिकी तथा औद्योगिक विकास निगम के अधिकारी शासन के निर्देशों के अनुसार जल संरक्षण के कार्य कराएं। सभी अधिकारी साप्ताहिक टीएल बैठक में जल गंगा संवर्धन अभियान की प्रगति की जानकारी दें।
बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी मेहताब सिंह गुर्जर ने बताया कि सभी विकासखण्डों में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल संरक्षण के कार्य कराए जा रहे हैं। लोक स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग द्वारा कुल 18208 जल संरक्षण के कार्य कराए जा रहे हैं। इनमें 916 हैण्डपंपों में पानी के रिचार्ज की सरंचनाओं के निर्माण कार्य शामिल हैं। खेत तालाब निर्माण के लिए माडल टीएस जारी कर दिया गया है। अमृत सरोवरों के निर्माण के लिए भी प्रशासकीय और तकनीकी स्वीकृति जारी कर दी गई है। अभियान के दौरान नल जल योजनाओं की पाइपलाइन में सुधार तथा जल संसाधन विभाग द्वारा नहरों की साफ-सफाई के कार्य भी कराए जा रहे हैं। सभी शिक्षण संस्थाओं में जल संरक्षण विषय पर निबंध प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता तथा अन्य जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन कराया जाएगा। बैठक में आयुक्त नगर निगम डॉ सौरभ सोनवड़े, अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी, संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, संयुक्त कलेक्टर श्रेयस गोखले, सभी एसडीएम, जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।