कलेक्ट्रेट के बाणसागर सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने राजस्व महाअभियान की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि अभियान के तहत निर्धारित बिन्दुओं के लंबित राजस्व प्रकरण निराकृत करें। सभी निराकृत प्रकरण आरसीएमएस पोर्टल में दर्ज कराएं। अविवादित नामांतरण, अविवादित बंटवारा, नक्शा तरमीम तथा अभिलेखों में सुधार के प्रकरण प्राथमिकता से निराकृत करें। सभी तहसीलदार नियमित रूप से प्रकरणों की सुनवाई करें। पटवारियों की हल्कावार ड्यूटी लगाकर राजस्व प्रकरणों के संबंध में प्रतिवेदन सात दिन की समय सीमा में प्राप्त करें। समय सीमा में प्रतिवेदन न देने वाले पटवारियों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करें। नक्शा तरमीम के प्रकरण बड़ी संख्या में लंबित हैं। इनका निराकरण करके ऑनलाइन दर्ज करने के लिए प्रत्येक पटवारियों को लक्ष्य दें।
कलेक्टर ने कहा कि अभियान के दौरान समय सीमा से बाहर हो गए प्रकरण प्राथमिकता से निराकृत करें। पुराने प्रकरणों के साथ-साथ अभियान के दौरान दर्ज प्रकरण भी निराकृत करें। समय पर कार्यवाही न होने से नए प्रकरण भी समय सीमा से बाहर हो जाएंगे। नामांतरण, बंटवारा, सीमांकन तथा अन्य राजस्व प्रकरण गुणवत्ता पूर्ण निराकृत करें। पर्याप्त कारण होने पर ही प्रकरण निरस्त करें। बिना ठोस कारण के प्रकरण निरस्त करने पर कार्यवाही की जाएगी। मनगवां, जवा, त्योंथर, सिरमौर और गुढ़ के तहसीलदार नक्शा तरमीम पर विशेष ध्यान दें। किसान सम्मान निधि के ई केवाईसी कराने के लिए पटवारी और रोजगार सहायक की ड्यूटी लगाएं। इनसे प्रतिदिन की प्रगति लेकर प्रतिवेदन प्रस्तुत करें।
कलेक्टर ने कहा कि बाढ़, अतिवृष्टि, आगजनी, सर्पदंश आदि प्राकृतिक आपदाओं में राहत के प्रकरण तीन दिवस में निराकृत करें। लंबित प्रकरणों में आवश्यक रिपोर्ट प्राप्त कर प्रकरण की स्वीकृति के साथ कोषालय में बिल प्रस्तुत कर दें। बैठक में कलेक्टर ने तहसीलदारों को अतिवृष्टि की स्थिति में नदी-नालों तथा निचली बस्तियों में निगरानी रखने एवं राहत और बचाव की पूरी तैयारी रखने के निर्देश दिए। बैठक में अपर कलेक्टर श्रीमती सपना त्रिपाठी ने राजस्व महाअभियान की जानकारी दी। बैठक में संयुक्त कलेक्टर पीके पाण्डेय, डिप्टी कलेक्टर श्रेयश गोखले तथा सभी तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।