मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस सितंबर के पहले पखवाड़े में लगभग सौ सीटाें पर उम्मीदवारों की घोषणा करने की तैयारी में है। इसमें अधिकतर वह सीटें होंगी जहां कांग्रेस पिछले चुनाव में हार गई थी।
बैठक में बनी सहमति
रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर सहमति बनी है। बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव सहित सभी बड़े नेता उपस्थित थे। टिकट के लिए साढ़े चार हजार कांग्रेस नेताओं ने आवेदन किए हैं।
चयन के मापदंडों पर भी बैठक में चर्चा
उम्मीदवार चयन के मापदंडों पर भी बैठक में चर्चा की गई। पार्टी द्वारा कराए गए सर्वे की रिपोर्ट, कार्यकर्ताओं का फीडबैक, लगातार हारने वाली 66 सीटों पर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के दौरे में मिले फीडबैक आदि मापदंडों के आधार पर चयन किया जाएगा।
किसी सीट के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा नहीं
बैठक में किसी सीट के लिए उम्मीदवारों के नामों पर चर्चा नहीं हुई। हालांकि, यह राय जरूर बनी है कि हर सीट में जातिगत समीकरणों को गंभीरता से देखा जाए। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कमल नाथ ने कहा कि भाजपा ने भले ही 39 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं, पर हम उनके चक्कर में जल्दबाजी नहीं करेंगे।
छानबीन समिति के अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी जिलाध्यक्षों के साथ करेंगे बैठक
मप्र विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों के चयन के लिए बनी छानबीन समिति के प्रमुख व पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह और प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला दो सितंबर को भोपाल आएंगे। वहां यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पार्टी के जिलाध्यक्षों और जिला प्रभारियों के साथ बैठक करेंगे। यहां वे संभावित नामों पर भी रायशुमारी करेंगे। अलग से भी कुछ लोगों से बात करेंगे। दोनों पदाधिकारी चार दिन प्रदेश में रहेंगे। माना जा रहा है कि इनका दौरा कांग्रेस की पहली सूची को अंतिम रूप देने के लिए है।
भाजपा सरकार के 18 वर्ष के कार्यकाल की कमियों को चुनाव अभियान में उठाएगी कांग्रेस
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस भाजपा सरकार के 18 वर्ष के कार्यकाल की कमियों और भ्रष्टाचार को लेकर मैदान में उतरेगी। रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कमल नाथ की अध्यक्षता में हुई चुनाव अभियान समिति की बैठक में चुनाव के मुद्दों पर चर्चा की गई।, बैठक में यह भी तय किया गया है कि कांग्रेस अपने 15 माह के कार्यकाल की उपलब्धियां भी जनता को बताएगी। सभाओं के अलावा नुक्कड़ नाटक और इंटरनेट मीडिया से भी प्रचार किया जाएगा। बैठक में राष्ट्रीय नेताओं के प्रदेश होने वाले संभावित दौराें पर भी चर्चा की गई।