प्रसिद्ध भारतीय मसाला उत्पादक एमडीएच के कुछ उत्पादों को हांगकांग और सिंगापुर में प्रतिबंधित किये जाने की खबरें ठंडी भी नहीं हुई थी कि अमेरिका ने भी एमडीएच के कुछ उत्पादों पर प्रतिबन्ध लगा दिया ऐसी खबरों ने भारत समेत अन्य कई देशों में तहलका मचा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स कि माने तो रोक लगने से पहले कई बार इसे रिजेक्ट भी किया गया था। सामने आई एक रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2021 के बाद से इसके अमेरिकी शिपमेंट का औसतन 14.5 फीसदी बैक्टीरिया की मौजूदगी के कारण रिजेक्ट कर दिया गया है। अमेरिकी रेगुलेटरी डाटा के एनालिसिस के बाद रॉयटर्स ने इसकी पुष्टि की है।
खबरों के मुताबिक हांगकांग ने अप्रैल महीने की 5 तारीख को एमडीएच ब्रांड के तीन मसाला मिक्स और दूसरी भारतीय कंपनी एवरेस्ट के मसाला मिक्स की बिक्री पर रोक लगा दी थी। इस मामले में हांगकांग ने कहा था कि रोक लगाए गए मसाला उत्पाद में कैंसर का कारण बनने वाले कीटनाशकों एथिलीन ऑक्साइड की मात्रा जरुरत से अधिक पाई गई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक एथिलीन ऑक्साइड मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त है और लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से कैंसर जैसी बीमारी हो सकती है।
यूएस एफडीए और मसाला बोर्ड ने टिप्पणी के अनुरोधों का जवाब नहीं दिया। बोर्ड गुणवत्ता मानकों के अनुपालन के लिए एमडीएच और एवरेस्ट सुविधाओं का निरीक्षण कर रहा है, लेकिन परिणाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। दशकों से, एमडीएच और एवरेस्ट भारत में सबसे बड़े मसाला निर्माताओं में से एक रहे हैं, जो करी और कई व्यंजनों को स्वादिष्ट बनाने के लिए घरेलू रसोई और रेस्तरां में व्यापक रूप से उपयोग किए जाने वाले उत्पाद बनाते हैं। 2019 में, साल्मोनेला संदूषण के कारण एमडीएच के मसाला मिश्रण के कुछ बैचों को अमेरिका में अलमारियों से हटा दिया गया था और 2023 में, एफडीए ने इसी तरह के निष्कर्षों पर एवरेस्ट के कुछ उत्पादों को वापस ले लिया और सार्वजनिक स्वास्थ्य चेतावनी जारी की।
विंध्य अलर्ट का व्हाट्सप्प चैनल Click Here
एमडीएच ने जारी किया बयान
हालांकि कंपनियों ने बयान जारी कर कहा है कि उनके उत्पाद सुरक्षित हैं और उसमें किसी तरह के प्रतिबंधित उत्पाद का प्रयोग नहीं किया जाता है। एमडीएच ने अपने बयान में कहा कि वह मसालों के भंडारण, प्रसंस्करण या पैकिंग के किसी भी चरण में एथिलीन ऑक्साइड का उपयोग नहीं करता है। बता दें कि मामला सामने आने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और भारत के अधिकारी इस पर जांच कर रहे हैं। दोनों ही मसाला उत्पाद को दुनिया भर में निर्यात किया जाता है।
भारत विश्व में मसाले का सबसे बड़ा उत्पादक है। साथ ही भारत में ही सबसे ज्यादा मसाले की खपत भी होती है। भारत मसाले का सबसे बड़ा निर्यातक भी है। सिय्योन मार्केट रिसर्च का अनुमान है कि 2022 में भारत का घरेलू बाजार 10.44 बिलियन डॉलर का था तो वहीं मसाला बोर्ड ने कहा कि भारत ने 2022-23 के दौरान 4 बिलियन डॉलर के उत्पादों का निर्यात किया। 100 साल से अधिक पुरानी कंपनी एमडीएच मसालों के कई प्रोडक्ट्स में साल्मोनेला की अधिक मात्रा को लेकर की जा रही जांच से पहले अमेरिका ने कई बार इसके प्रोडक्ट्स को रिजेक्ट कर दिया था। जानकारी के मुताबिक साल्मोनेला एक बैक्टीरिया है जो गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल बीमारी का कारण बन सकता है और इसी वजह से तमाम प्रतिबन्ध लगाए जा रहे हैं।
Luminous NXG 850 शुद्ध Sinewave सोलर इन्वर्टर ISOT तकनीक के साथ, घर, ऑफिस और दुकानों के लिए इंटेलिजेंट लोड शेयरिंग (2 साल की वारंटी, नीला) Check Price
बड़ी खबर : बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी का निधन