लोकसभा चुनाव के लिए 26 अप्रैल को मतदान कराया जायेगा। मतदान के लिए तैनात मतदान कर्मियों को जिला मुख्यालय में 3 केन्द्रों में चुनाव के प्रथम चरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण टीआरएस कालेज, मॉडल साइंस कालेज तथा विधि महाविद्यालय के विभिन्न कक्षों में दिया जा रहा है। टीआरएस कालेज में आयोजित प्रशिक्षण में मतदान कर्मियों को निर्देशित करते हुए कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा कि पीठासीन अधिकारी तथा मतदान अधिकारी मतदान की महती जिम्मेदारी के लिए तैनात किए जा रहे है। चुनाव प्रशिक्षण में दी गई हर छोटी से छोटी जानकारी को मतदान कर्मी आत्मसात करें। प्रशिक्षण जितनी तन्मयता से प्राप्त किया जाएगा कार्य उतनी ही सुगंमता से होगा। निर्वाचन आयोग के निर्देशों का भलीभांति अध्ययन कर लें। मतदान प्रक्रिया के संबंध में किसी भी तरह की जिज्ञासा अथवा शंका हो तो उसका समाधान कर लें। मतदान कर्मियों को आयोग के निर्देशों के अनुसार समस्त सुविधाएं दी जायेगी। निर्भय होकर मतदान प्रक्रिया संचालित करें।
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कलेक्टर ने कहा कि आप में से अधिकांश व्यक्तियों ने विधानसभा चुनाव में मतदान कराया होगा। पुराने अनुभव के साथ नई जानकारियों को भी प्रशिक्षण में आत्मसात करें। ईव्हीएम मशीन के संचालन में पूरी कुशलता प्राप्त कर लें। निर्वाचन कार्य की छोटी सी भूल से बहुत बड़ी समस्या हो जाती है। विधानसभा चुनाव के दौरान आठ पीठासीन अधिकारियों ने मॉकपोल के बाद ईव्हीम का डाटा क्लियर किए बिना मतदान कराया। आयोग के निर्देशों के अनुसार उन्हें निलंबित कर विभागीय जाँच की कार्यवाही की जा रही है। ऐसी स्थिति लोकसभा में निर्मित न हो इसका ध्यान रखें। मतपत्र लेखा पूरी सावधानी से तैयार करें। ईव्हीएम के एड्रेस टैग के नम्बर नोट कर बीयू के एड्रेस टैग से बीयू की और सीयू के एड्रेस टैग से सीयू की सीलिंग करें। मतदान के दौरान भी बीच-बीच में मतदाता रजिस्टर में दर्ज मतदाताओं की संख्या तथा ईव्हीएम में टोटल के बाद दर्शायी संख्या का मिलान करते रहें।
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कलेक्टर ने कहा कि सभी मतदान कर्मी मास्टर ट्रेनरों द्वारा दिए गए प्रशिक्षण पर पूरा ध्यान दें। मतदान केन्द्र की व्यवस्था, वोटिंग मशीन के संचालन, माकपोल, मत पत्र लेखा तैयार करने, प्रपत्र 16 की जानकारी तैयार करने तथा मतदान केन्द्र में कानून और व्यवस्था बनाए रखने के संबंध में पूरी दक्षता प्राप्त कर लें। पूरी निष्पक्षता और निडरता के साथ मतदान सम्पन्न कराएं। प्रशिक्षण में किसी तरह की लापरवाही सहन नही की जाएगी। मतदान सामग्री प्राप्त करने से लेकर मतदान सामग्री जमा करने तक की अवधि में सभी मतदान कर्मी पूरी जिम्मेदारी से कार्य करें। पीठासीन अधिकारी को मतदान केन्द्र में अपने दल का आगे बढ़कर नैतृत्व करना है। केन्द्र की सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित करें। पीठासीन अधिकारी को निर्वाचन आयोग द्वारा सभी तरह के वैधानिक अधिकार दिए गए हैं। मतदान में किसी तरह की कठिनाई आने पर मौके में पीठासीन अधिकारी को ही निर्णय लेना होगा। इसलिए प्रशिक्षण में दी जा रही सभी जानकारियों तथा निर्वाचन आयोग के निर्देशों का पूरी तरह से पालन करें।
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मतदान कर्मियों को निर्देश देते हुए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. सौरभ सोनवणे ने कहा कि सभी मतदान कर्मी मतदान केन्द्र की व्यवस्थाओं के संबंध में सभी निर्देशों का अध्ययन कर लें। वास्तविक मतदान से पहले माकपोल कराना अनिवार्य होगा। निर्धारित प्रपत्र में हर दो घंटे में मतदान प्रतिशत की जानकारी मोबाइल एप के माध्यम से देनी होगी। मतदान केन्द्र में मतदाताओं के अलावा केवल प्राधिकार पत्र प्राप्त व्यक्तियों को ही प्रवेश दें। प्रशिक्षण के नोडल अधिकारी डॉ. अमरजीत सिंह तथा मास्टर ट्रेनरों ने मतदान केन्द्रों की व्यवस्था, मतदान प्रक्रिया, मतपत्र लेखा तैयार करने, मशीनों की सीलिंग, माकपोल, टेण्डर वोट तथा निर्वाचन की समस्त प्रक्रियों की जानकारी दी गयी। सभी मतदान कर्मियों से ईव्हीएम के अलग-अलग भागों को कनेक्ट करने तथा संचालन का भी अभ्यास कराया गया।