कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग की संयुक्त बैठक संपन्न हुई। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि जिले में स्वास्थ्य के सभी पैरामीटर में अग्रणी रहते हुए ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिये बीएमओ स्वास्थ्य केन्द्रों का नियमित भ्रमण करें। उन्होंने कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने तथा लाड़ली लक्ष्मी योजना के पात्र हितग्राहियों का समय पर पंजीयन किये जाने के निर्देश दिये।
कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिये कि एएनसी रजिस्ट्रेशन में प्रगति लायें तथा गर्भवती महिलाओं के नियमित चार चेकअप अनिवार्यत: किया जाना सुनिश्चित करें। उन्होंने जवा, सिरमौर व त्योंथर में चेकअप बढ़ाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने महिलाओं के डीबीटी न होने पर संबंधित के विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश देते हुए कहा कि सभी की ईकेवायसी अनिवार्यत: की जाय। कलेक्टर ने सुरक्षित मातृत्व अभियान अन्तर्गत प्रत्येक माह के 9 व 25 तारीख को होने वाली जांच का फालोअप लिये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने चिकित्सकों को निर्देशित किया कि मातृ मृत्यु दर को कम करने में तत्परता बरतते हुए मृत्यु के कारणों का परीक्षण करें। कलेक्टर ने टी.बी. मुक्त भारत अभियान में मरीजों की स्क्रीनिंग कर एक्स रे किये जाने तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत सर्जरी के बाद बच्चों का फालोअप लेने की बात कही। इस दौरान बताया गया कि अभियान के तहत 799 बच्चों की सर्जरी की गई। उन्होंने परिवार कल्याण कार्यक्रमों के लक्ष्य की पूर्ति करने के निर्देश दिये। कम प्रगति वाले एएनएमकी वेतन वृद्धि रोके जाने के निर्देश कलेक्टर द्वारा दिये गये।
जिला स्तरीय बैठक में कलेक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि एक सप्ताह में शिविर लगाकर गर्भवती शत प्रतिशत महिलाओं का रजिस्ट्रेशन करायें तथा मातृत्व वंदना की प्रकरणों की पूर्ति सुनिश्चित करें। उन्होंने स्वास्थ्य केन्द्रों में अक्रियाशील उपकरणों के सुधार तथा 3 से 6 वर्ष आयु के बच्चों को नियमित साझा चूल्हा से भोजन प्रदाय के निर्देश दिये। कलेक्टर ने कम प्रगति रहने पर अतरैला सेक्टर के सुपरवाइजर का वेतन रोकने के निर्देश दिये। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत मेहताब सिंह गुर्जर, डीपीओ नयन सिंह, सीएमएचओ डॉ. संजीव शुक्ला सहित स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहे।



