मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने रीवा में जनदर्शन यात्रा शुरू करने से पहले विवेकानंद पार्क में स्वामी विवेकानंद जी की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किये। इस मौके पर बड़ी संख्या में उपस्थित लाड़ली लक्ष्मी बेटियों ने कुमकुम चन्दन लगाकर मुख्यमंत्री श्री चौहान का स्वागत किया। इस मौके पर लाड़ली बेटियों ने अपने हाथों से बनाये गये मुख्यमंत्री जी के स्केच चित्र भी भेंट किये। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली लक्ष्मी बेटियों को दुलार करते हुये उनसे संवाद किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए इंजीनियरिंग, मेडीकल अथवा किसी भी महाविद्यालय में कोई फीस नहीं देनी होगी। बेटियों की फीस सरकार भरेगी।
मुख्यमंत्री ने हजारों हजार बहनों से संवाद करते हुए कहा कि राखी का कच्चा धागा केवल धागा नहीं है यह बहनों का स्नेह और विश्वास है इस विश्वास को मैं टूटने नहीं दूंगा। बहनों के मान-सम्मान और शान में कोई कमी नहीं होने दूंगा। मैं जिऊँगा भी बहनों के लिए और मरूंगा भी बहनों के लिए। हमारे देश में प्राचीन काल से महिलाओं को परिवार और समाज में सबसे ऊंचा स्थान प्राप्त था, लेकिन एक समय ऐसा भी आया जब कोख में बेटियों की हत्या कर दी जाती थी। बेटे और बेटी में भेद किया जाता था। मैंने मुख्यमंत्री बनते ही मन की इस पीड़ा को दूर करने के लिए लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई। आज 43 लाख से अधिक लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ हैं। जब परिवार में बेटी लखपति पैदा होती है तो परिवार और समाज का दृष्टिकोण बदला। मैंने स्थानीय चुनावों में महिलाओं को 50 प्रतिशत तथा पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत आरक्षण दिया। बेटियों के कल्याण के लिए कन्यादान योजना तथा लाड़ली बहना योजना लागू की। अब गांव-गांव में लाड़ली बहना सेना गठित की जा रही है। इसमें शामिल बहनें महिलाओं के कल्याण और सशक्तिकरण की योजनाएँ लागू करने में सहयोग करेंगी। मैं प्रदेश की हर बहन, बेटी और माँ को सशक्त करने के लिए संकल्पबद्ध हूं। इनकी इज्जत से जो खिलवाड़ करेगा उसे फाँसी पर चढ़ा दिया जाएगा।