शफात मंसूरी पत्रकार, त्योंथर। त्योंथर वार्ड क्रमांक (4)कॉलेज रोड पचामा वार्ड क्रमांक (8) बस स्टैंड त्योथर, ग्राम अंजोरा आदि क्षेत्रों में निकला जुलूस। मोहर्रम, ताजिया का किया जियारत करते हुए पेश किया। शनिवार को इमाम हुसैन व उनके जांनिसारों के इसाले सवाब के लिए इमाम चौकों व घरों में कुरआन ख्वानी, फातिहा ख्वानी व दुआ ख्वानी हुई। अकीदतमंदों में लंगर बांटा गया। शाम को जिन्होंने दसवीं मोहर्रम का रोजा रखा था, उन्होंने मगरिब की अजान पर रोजा खोला इसके बाद मुहर्रम का मातमी जुलूस इमाम चौक से निकलकर विभिन्न क्षेत्रों से होता हुआ करबला में पहुंचा जहां ताजिया को सुपुर्दे खाक किया गया। इस बीच पुलिस प्रशासन भी पूरी तरह से मुस्तैद रहा। जुलूस में जहां हुसैन की याद में मातम मनाते हुए युवाओं ने करतब दिखाया वहीं महिलाएं मर्सिया गीत गाते हुए जुलूस में शामिल रहीं। मोहर्रम की दसवीं तारीख को शहीद-ए-आजम हजरत सैयदना इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत को याद करते ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ।
जहां, शहीदाने कर्बला को खिराज-ए-अकीदत पेश करने के बाद ताजियों को सुपुर्दे खाक किया गया। दसवीं मोहर्रम को त्योंथर वार्ड क्रमांक (4) कॉलेज रोड पचामा वार्ड क्रमांक (8) बस स्टैंड त्योथर ग्राम पंचायत अंजोरा सहित तमाम इमाम चौकों से ताजिया के साथ मुहर्रम के जुलूस निकाले गए। बड़ा इमामबाड़ा से ताजियादार मकबूल शाह वार्ड क्रमांक (4), अशरफ खान (किशन), बस स्टैंड त्योथर,रोनक बैग (मार्शल) कॉलेज रोड पचामा, मोहम्मद इस्लाम अंजोरा, आदि जुलूस के साथ पहुंचे। परंपरा अनुसार पत्रकार शफात मंसूरी की तरफ से ताजिया का जियारत किया गया तथा नजराना पेश किया। जुलूस में करतब दिखाते नौजवान आकर्षण का विशेष केंद्र रहे। मोहम्मद इस्लाम अंजोरा वाले ने बताया कि चांद की पांचवीं और सातवीं तारीख को करबला शरीफ से मिट्टी लाकर ताजियादार ताजिए का निर्माण करते हैं। इमाम हुसैन की शहादत की याद में मोहर्रम का जुलूस निकालते हुए ताजिया को कर्बला में सुपुर्द-ए-खाक किया जाता है। शनिवार को मुहर्रम के ताजिए का जुलूस पूरे क्षेत्र में शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। जिसमें प्रमुख सहित क्षेत्र के कई खासो – आम शामिल रहे। जुलूस को शांतिपूर्वक संपन्न कराने में टी०आई० सोहागी गोकुलानंद पांडे जी, रायपुर सोनौरी चौकी प्रभारी संजीव शर्मा जी, पुलिस बल लेकर दिन भर गस्त करते रहे तथा शांति व्यवस्था बकाया रखने में अपनी जिम्मेदारी को बखूबी निभाया।