कुशमेन्द्र सिंह, जवा। रीवा जिले के लगभग सभी ग्राम पंचायतों से लगातार भ्रष्टाचार की खबरे आती रहती है लेकिन जनपद पंचायत सीईओ और जिला पंचायत सीईओ के द्वारा ध्यान नहीं दिए जाने से सरपंच, सचिव श्रीमती प्रतिमा उरमलिया और सहायक यंत्री आरपी त्रिपाठी के हौशले बुलंद हैं और गुणवत्ताविहीन कार्यो का निर्माण एवं कहीं -कहीं बिना कार्य कराए ही लाखो रुपये की राशि का बंटरवाट किया जा रहा है लेकिन कार्यवाही नहीं होते दिख रही। कभी कभार एक दो मामले में कार्यवाही होती भी है तो संबंधित सचिव व सहायक यंत्री को उस स्थान से हटाकर दूसरे जगह भेज दिया जाता है लेकिन किये गए लाखो के भ्रष्टाचार पर कार्यवाही नहीं की जाती है। लगातार शिकायत के बाद अगर कुछ राशि की वसूली पाई भी जाती हैं तो वो भी कहीं फाइलों में दम तोड़ देती हैं। जिस वजह से बिना डर के हर ग्राम पंचायत में सचिव, सरपंच के द्वारा जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। सवाल यही हैं की आखिर कब भ्रष्टाचार पर लगेगा अंकुश ?
भ्र्ष्टाचार का एक मामला जवा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत बरौली ठकुरान से सामने आया है। जहाँ पर मेन रोड डभौरा से MPEB की ओर बन रही नाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है। जिसकी कई बार शिकायत और खबर का प्रकाशन भी किया गया था लेकिन सम्बंधित जवा जनपद के अधिकारी और जिला पंचायत सीईओ के द्वारा ध्यान नहीं दिया गया। वर्तमान में नतीजा है कि 20 दिन पूर्व बनी बिना मापदंड के गुणवत्ताविहीन नाली धराशायी हो गयी जबकि नाली निर्माण में सरिया का प्रयोग किये जाने का प्रावधान था। अब समझ नहीं आ रहा की आखिर इतने बड़े – बड़े अधिकारी ऐसे अवैध निर्माण कार्यों को रोकने के बजाय कान बंद क्यों कर लेते हैं, कहीं इनका भी तो हिस्सा नहीं ?
मामले को लेकर लोगों का कहना है कि इस नाली निर्माण में दोषी कौन है ? क्या ग्राम पंचायत के सरपंच/सचिव/सहायक यंत्री या जिला सीईओ ? अब देखना यही होगा कि उक्त भ्रष्टाचार पर कार्यवाही होगी या पहले की भांति उच्च अधिकारी आंख मूंदकर भ्रष्टाचार को बढ़ावा देते रहेंगे।