शफात मंसूरी, त्योंथर। इन दिनों त्योंथर तहसील अंतर्गत ज्यादातर उचित मूल्य की दुकानों के विक्रेता के द्वारा हितग्राहियों का अंगूठा लगाकर गरीबों के निवाले में डाका डाला जा रहा है। कहीं गेहूं दिया जाता तो कहीं चावल वहीं शक्कर, नमक का दर्शन तो पात्र हितग्राहियों के नसीब में ही नहीं है। जबकि शासन की गाइड लाइन के अनुसार उचित मूल्य की दुकानों का प्रतिदिन दुकान खोलने का निर्देश है। लेकिन उचित मूल्य की दुकानों में तहसील मुख्यालय से दूर गांव – गांव में ताले लटकते देखे जा सकते हैं। जानकारों की माने तो हाल ही आये फूड इंस्पेक्टर अनमोल जैन को प्रभार मिलते ही त्योंथर तहसील की उचित मूल्य की दुकानों की व्यवस्था डगमगा गई है। विक्रेताओ के द्वारा गरीबों के निवाले में डाका डाले जाना लगा। सूत्रों की माने तो प्रभारी फूड इंस्पेक्टर अनमोल जैन के सह पर चल रहा सारा खेल इसलिए ज्यादातर उचित मूल्य की दुकानों का नहीं खुलता है ताला। साथ ही गरीबों के निवाले में डाला जा रहा डाका।
