कलेक्ट्रेट सभागार में नव भारत साक्षरता अभियान की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे ने कहा कि नव भारत साक्षरता अभियान जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में चलाया जा रहा है। इसमें 15 वर्ष से अधिक आयु के निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाया जा रहा है। अभियान के तहत जिले भर में संचालित सामाजिक चेतना केन्द्रों के माध्यम से साक्षरता की अलख जगाई जा रही है। सभी अधिकारी साक्षरता अभियान को सफल बनाने के लिए इसमें भागीदारी निभाएं। आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाली निरक्षर महिलाओं की सूची आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तैयार कर सामाजिक चेतना केन्द्र के सहयोग से कम से कम पाँच महिलाओं को साक्षर बनाएं। इसी तरह स्कूल शिक्षा विभाग के शिक्षक नियमित कक्षाओं के बाद नव साक्षरों को एक घंटे शिक्षा देकर उन्हें शिक्षित कर सकते हैं।
बैठक में जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी ने बताया कि नव भारत साक्षरता अभियान वर्ष 2022 से 2027 तक चलाया जा रहा है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार रीवा जिले में 15 साल से अधिक आयु के 9 लाख से अधिक निरक्षर व्यक्ति हैं। जिले में साक्षरता अभियान के तहत प्राथमिक तथा माध्यमिक शालाओं में 2055 सामाजिक चेतना केन्द्र संचालित हैं। इनमें नियमित कक्षाओं के बाद साक्षरता अभियान की कक्षाएं संचालित की जाती हैं। अब तक दो लाख 60 हजार निरक्षर व्यक्तियों को साक्षर बनाया गया है। नए शिक्षा सत्र के आरंभ में स्कूल चले हम अभियान के तहत शाला प्रवेशी विद्यार्थियों के सर्वेक्षण के साथ-साथ निरक्षर व्यक्तियों का भी सर्वेक्षण किया गया है। इसकी सूची तैयार करके सभी संबंधित विभागों को उपलब्ध कराई जाएगी। विभिन्न विभागों के सहयोग से निरक्षरों को साक्षर बनाने का प्रयास किया जाएगा। सभी अधिकारियों से अनुरोध है कि मैदानी अमले के माध्यम से निरक्षरों को सामाजिक चेतना केन्द्र पहुंचाने में सहयोग करें जिससे प्रत्येक निरक्षर व्यक्ति को अक्षर ज्ञान दिया जा सके। बैठक में आयुक्त नगर निगम श्रीमती संस्कृति जैन, अपर कलेक्टर नीलमणि अग्निहोत्री, संयुक्त कलेक्टर संजीव पाण्डेय तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।