कलेक्टर रीवा के सख्त आदेशो के बाद भी आबकारी विभाग रीवा एवं स्थानीय पुलिस अपने कारनामो से बाज नही आ रहे है। जहाँ पर देखा गया कि आबकारी विभाग और पुलिस के सह पर पूरे तराई क्षेत्र में गांव गांव में शराब बनाई एवं बेची जा रही है, जिसकी शिकायत भी कई बार विभाग के अधिकारियों से की गयी है लेकिन आज तक कोई कार्यवाही नही हुई। इस संबंध में जब आबकारी विभाग से शिकायत की जाती है तो वो स्थानीय पुलिस के ऊपर आरोप लगाते है कि उनके सह पर हो रहा है जब पुलिस कर्मियों से शिकायत की जाती है तो वो आबकारी विभाग की जिम्मेदारी है कहकर अपना पल्ला झाड़ देते है इस तरह खेल चलता रहता है। जबकि आबकारी विभाग ढंग से अपने दायित्यों का निर्वहन करे तो स्थानीय पुलिस का हस्ताक्षेप खत्म हो जाये लेकिन जब वो अपनी जिम्मेदारी समझे तब ना। बताया जाता है कि आबकारी इंस्पेक्टर और एक स्थानीय आबकारी आरक्षक व क्षेत्रीय पुलिस के सह पर पूरे तराई क्षेत्र में कम्पोजिट शराब दुकान के ठेकेदारों के द्वारा पैकारी कराकर गांव गांव में शराब की बिक्री की जा रही है इतना ही नही कम्पोजिट दुकान में प्रिंट रेट से ज्यादा 100 रुपये की शराब 130 से 150 रुपये में बिक्री की जा रही है ऐसा लोगो ने आरोप लगाया है। कुछ शराब विक्रेताओं ने बताया संबंधित कम्पोजिट शराब दुकान के माध्यम से शराब गांव गांव में प्रतिदिन पैकारी करायी जाती है जिसमे एक स्थानीय आबकारी आरक्षक और क्षेत्रीय पुलिस के मंथली कमीशन के सह पर खुलेआम शराब बेची जा रही है इसी बजह से कभी कार्यवाही नही होती है। आबकारी आरक्षक और पुलिस के सह पर जवा मुख्यालय सहित पूरे तराई क्षेत्र में गांव गांव में बन रही शराब और हो रही बिक्री। ( कुशमेंद्र सिंह )
