जवा। मध्य प्रदेश की ग्राम पंचायतों में विकास के लिए आने वाले राशि का किस प्रकार से बंदरबांट किया जा रहा है इसका एक ताजा उदाहरण जवा जनपद की कोनी कला ग्राम पंचायत में देखने को मिला है। लालमणि साहू ने बताया कि उनके द्वारा जनपद जिला एवं प्रदेश स्तर पर कई बार शिकायतें की गई और स्वतंत्र निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग की गई है लेकिन जनपद स्तर के इंजीनियर और मुख्य कार्यपालन अधिकारी की मिलीभगत से जांच में लीपापोती की जा रही है और फर्जी जांच प्रतिवेदन बनाकर दिया जा रहा है। हर बार जांच के नाम पर मात्र दिखावा होता है और वास्तविक तकनीकी जांच नहीं की जाती है। लालमणि साहू ने बताया की पूर्व सचिव विवेकानंद पांडेय के द्वारा अधिकारियों की खरीद-फरोख्त कर जांच को प्रभावित किया जा रहा है। बताया गया कि कई ऐसे निर्माण कार्य हैं जो पिछले पंचायती कार्यकाल में किए जाने थे लेकिन अब वह वर्तमान सरपंच की सांठगांठ से इस कार्यकाल में किए जा रहे हैं जो कि पूरी तरह से अवैधानिक हैं और पंचायती राज अधिनियम के विरुद्ध है।
उखड़ी पीसीसी सड़क की गिट्टी उठाकर लालमणि साहू ने बताया कि कैसे हुआ भ्रष्टाचार
पिछले दिनों जब सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी जवा जनपद के दौरे पर थे तो उन्हें कोनी कला ग्राम पंचायत के गणमान्य नागरिकों ने फोन कर अपनी ग्राम पंचायत में बुलाया और उनकी पंचायत में हुए व्यापक भ्रष्टाचार को बताने लगी। इस बीच लालमणि साहू ने कहा कि उनके ग्राम में कई पीसीसी सड़कें बनाई गई हैं और कई वृक्षारोपण के भी काम हुए हैं लेकिन जहां एक ही पीसीसी सड़क कई अलग अलग नाम से बनाई गई हैं वहीं वृक्षारोपण के नाम पर मात्र कागजी खानापूर्ति हुई है। इस बीच व्ही सी साहू के घर से टमस नदी की ओर 200 मीटर सड़क लागत राशि 5 लाख 35 हजार की लागत से बनाई गई वहीं दूसरी प्राथमिक पाठशाला से टमस नदी की तरफ दो पीसीसी सड़क नाम से एक ही काम होना बताया गया। इसी प्रकार सेग्रीगेसन शेड निर्माण भी अधूरा मिला जिसमें मजदूरी में 33 हजार रुपए और मटेरियल में 1.10 लाख रुपए आहरण होना बताया गया। इसी प्रकार एक अन्य पीसीसी सड़क व्ही सी साहू के घर से हाई स्कूल की तरफ एवं हाई स्कूल से बृजभूषण नामदेव के घर तक नामक सड़कें एक ही होना बताया गया लेकिन पैसे दो अलग अलग नाम से निकाले गए।
इस बीच गांव के लोगों से संपर्क कर जानकारी चाही गई तो उन्होंने पंचायत में हुए व्यापक भ्रष्टाचार और समस्याओं के विषय में अवगत कराया। बताया गया कि कोनी कला ग्राम पंचायत काफी बड़ी ग्राम पंचायत है जिसमें विकास कार्य के नाम पर काफी बंदरबांट किया गया है। लोगों का यह मानना था कि कोली कला ग्राम पंचायत के पिछले 8 वर्ष के निर्माण कार्यों की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए जिसमें सच्चाई सामने आ जाएगी। ग्रामवासी कई वर्षों से इसकी शिकायतें कर रहे हैं लेकिन अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। ( शिवानंद द्विवेदी, आरटीआई एक्टिविस्ट )
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