रीवा जिला के जवा तहसील अंतर्गत खरीदी केंद्र गढ़वा में समिति प्रबंधक लवकुश उरमलिया के मनमानी व तानासाही रवैये से किसान परेशान हैं। जहाँ पर देखा गया कि शासन के द्वारा किसानों को दिये गए सुविधा में कही कोई व्यवस्था नजर नहीं आई। खरीदी केंद्र में किसानों के बैठने की कोई व्यवस्था नहीं है। पीने के पानी के लिए सिर्फ एक खाली डिब्बा और एक खाली ड्रम दिखा और फीडिंग कंप्यूटर आफिस भी बंद दिखा, जिस कारण किसान फीडिंग कराने के लिए परेशान दिखे। सरकार लाख दावे करे लेकिन भ्रष्ट अधिकारियों के आगे सभी योजनाएं भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ जाती है। वहीं किसानों ने बताया की यहाँ पर किसानों के लिए कोई सुविधा नहीं है बल्कि गेंहू के तौलाई का पैसा भी हम किसानों को ही देना पड़ता है। एक तरफ प्रकृति की मार दूसरी तरफ समिति प्रबंधक के लूट से किसान परेशान हैं। शासन किसानों के लिए बड़े – बड़े दावे तो करती है लेकिन उनके दावे सिर्फ कागजो तक ही सीमित है। हकीकत में किसानों के लिए कुछ भी नहीं है।
आपको बता दे कि इसी खरीदी केंद्र के समिति प्रबंधक लवकुश उरमलिया को पिछले धान खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया गया था लेकिन अपनी पहुँच और पैसे के दम पर पुनः सहकारिता विभाग रीवा के आला अधिकारियों के सह पर इसी खरीदी केंद्र की जिम्मेदारी सौंपी गई, तो फिर ऐसे समिति प्रबंधकों से क्या उम्मीद की जा सकती है। अब देखते हैं जिला कलेक्टर महोदया इस मामले में किसानों को लेकर क्या राहत पहुंचाती हैं। (कुशमेन्द्र सिंह)