धोखा धड़ी का यह मामला सतना जिले का है जहाँ तीन युवकों द्वारा बाबूपुर हलका की पटवारी राजकुमारी पटेल पर पहले तो आरोप लगाए जाते हैं फिर इसके बाद अनैतिक दबाव बनाते हुए डराने – धमकाने का प्रयास किया जाता है। सबसे चौंकाने वाली बात यह की इनमें से दो युवकों ने खुद को दिल्ली क्राइम ब्रांच का अफसर बताते हुए पटवारी को जेल भेजने की धमकी भी दे डाली थी। जानकारी के अनुसार पटवारी को व्हाट्सप्प पर अनजान नंबर से मैसेज भेजकर पटवारी के कामकाज को लेकर सवाल खड़े किए। फिर सुनियोजित तरीके से एक फर्जी पत्रकार की एंट्री होती है। जिसके द्वारा महिला पटवारी को डराया जाता है कि वह नियम विरुद्ध काम कर रही है, जिसकी जांच क्राइम ब्रांच के अफसरों द्वारा की जाएगी। बात मानने से इंकार किया तो जेल भेज दिया जाएगा। महिला पटवारी ने जागरूकता दिखाते हुए इन सब की शिकायत थाने में कर दी जिसके बाद सतना पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी, नकली परिचय पत्र व कागजात भी पुलिस ने जब्त किए हैं।
हरकत में आई पुलिस तो निकले सब फर्जी
पटवारी की सूझबूझ से पकडे गए आरोपियों की जब जाँच की गई तो पाया गया कि व्हाट्सप्प पर मैसेज भेजने वाले ने अपने व्हाट्सप्प डीपी में पुलिस की वर्दी में डीएम की गाड़ी के साथ अपना फोटो लगाए हुए था। जब पार्टी खुलीं तो सब फर्जी निकला। पुलिस के मुताबिक अनिल चौधरी दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के अफसर की भूमिका में था। वहीं फर्जी पत्रकार की भूमिका सुभाष सिंह निभा रहा था। इसके साथ ही एक अन्य गैबीनाथ पटेल भी इसमें शामिल था। जिनके द्वारा पटवारी महिला पर अनैतिक दबाव डालते हुए ब्लैकमेल किया जा रहा था। पटवारी ने पैसा देने के बहाने बुलाया और पहले से मौजूद पुलिस ने तीनों को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से पुलिस की वर्दी, पुलिस और पत्रकार के आई कार्ड, सील, फोटो आदि को जब्त कर लिया गया है। पुलिस ने इनके खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 341, 396, 66डी आईटी एक्ट का प्रकरण पंजीबद्ध किया है।