चाकघाट, रीवा। गत दिवस भारत चीन सीमा पर भारतीय सीमा में हुई घुसपैठ को लेकर भारत और चीनी सैनिकों के बीच हुए झड़प को लेकर सदन में चर्चा न कराए जाने से राज्यसभा सदस्य सांसद राजमणि पटेल सत्ता सरकार के रवैए से काफी क्षुब्ध हैं। राजसभा सांसद राजमणि पटेल ने नई दिल्ली स्थित अपने आवास पर एक चर्चा के दौरान हमारे प्रतिनिधि राम लखन गुप्त को बताया कि भारत चीन सीमा अरुणाचल के तवांग में गत दिवस हुई सैनिक झड़प पर सदन में चर्चा होनी चाहिए थी, जिससे समूचा देश अवगत होता कि तवांग में वास्तविक स्थिति क्या है ।सदन में सारे विपक्षी दल इसकी माँग भी कर रहे थे कि इस पर खुली चर्चा हो, किंतु सत्ता सरकार द्वारा इस पर चर्चा न कराके मात्र सरकारी बयान से ही काम चलाया गया। माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का बयान सदन में आया कि सीमा में घुसपैठ को लेकर सैनिक झड़प हुई। भारतीय सैनिकों ने उन्हें खदेड़ दिया, जिसमें किसी की मृत्यु नहीं हुई। इस बिंदु को लेकर सांसद राजमणि पटेल ने हमारे प्रतिनिधि के माध्यम से यह कहा है कि यदि तवांग में हुई घटना सामान्य थी तो वहां युद्धाभ्यास का औचित्य क्या है? निश्चित रूप से तवांग की घटना में कुछ छुपाया जा रहा है। जिस पर सरकार को सदन में खुली चर्चा कराया जाना चाहिए था। राजसभा सदन के समस्त विपक्षी सदस्यों की माँग पर भी चर्चा न होने से सदन की स्वस्थ लोकतांत्रिक गरिमा को ठेस पहुँचा है तथा विपक्षी सांसदों में सत्ता सरकार के प्रति क्षोभ उत्पन्न हुआ है। सांसद राजमणि पटेल ने सरकार के रवैए पर अपनी नाराजगी भी जताई है।
– राम लखन गुप्त , वरिष्ठ पत्रकार