उपयंत्री सर्व शिक्षा मिशन नईगढ़ी प्रवीण पांडेय एवं कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यंत्रकी सेवा संभाग क्रमांक 2 एसबी रावत के बीच बातचीत का वायरल हुआ ऑडियो जिसमें RES EE SB रावत ने कहा की 5 लाख रुपए कलेक्टर मऊगंज को पहुंचा देते तो मामला रफा दफा हो जाता। मतलब सीधे तौर पर कलेक्टर मऊगंज श्री संजय जैन को कार्यपालन यंत्री ने घूसखोर बताया है। अब देखना यह है कि इस वायरल ऑडियो के बाद कलेक्टर मऊगंज संजय जैन अथवा कमिश्नर रीवा संभाग बीएस जामोद कार्यपालन यंत्री एसबी रावत के विरुद्ध क्या कार्यवाही करते हैं??
68 लाख के घोटाले संबंधी जिलहंडी पंचायत नईगढ़ी से जुड़ा है मामला
गौरतलब है कि यह मामला ग्राम पंचायत जिलहंडी जनपद पंचायत नईगढ़ी जिला मऊगंज से जुड़ा हुआ है जहां आवेदकगण सुधाकर सिंह, बंस पति द्विवेदी एवं सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी के द्वारा हाईकोर्ट जबलपुर में रिट याचिका दायर की गई थी इसके बाद कलेक्टर मऊगंज को कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिए गए थे। सीईओ जिला पंचायत रीवा के द्वारा तीन बार जांच कराया जाकर वसूली राशि 68 लाख रुपए से 56 हजार रुपए कर दी गई थी जिसको लेकर शिकायतकर्ता हाईकोर्ट पहुंच गए थे। हाईकोर्ट के निर्देश के बाद कलेक्टर मऊगंज संजय जैन ने सुनवाई की और पूर्व की एसडीओ एसआर प्रजापति दो जांचों पर 68 लाख रुपए की रिकवरी को यथावत रखा।
कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा एसबी रावत की जांच रिपोर्ट भी सम्मिलित
मऊगंज कलेक्टर संजय जैन के द्वारा जब सुनवाई की कार्यवाही की जा रही थी तो उसमें कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक 2 एसबी रावत को भी तलब किया गया था जिसमें उनकी एक जांच रिपोर्ट लगी थी जिसमें उन्होंने अनुविभागीय अधिकारी ग्रामीण यांत्रिकी सेवा उपसंभाग त्यौंथर एसआर प्रजापति की जांच जिसमें 68 लाख की वसूली निकाली गई थी उसको यथावत रखा था जिसके आधार पर मऊगंज कलेक्टर ने तीन जांचों को आधार माना और 68 लाख रुपए की वसूली 6 अधिकारियों कर्मचारियों के विरुद्ध यथावत रखी।
वायरल ऑडियो में उप यंत्री प्रवीण पांडेय और कार्यपालन यंत्री एसबी रावत के बीच वार्तालाप
जो ऑडियो वायरल हो रहा है उसमें उपयंत्री सर्व शिक्षा मिशन नईगढ़ी प्रवीण पांडेय एवं कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक 2 एसबी रावत के बीच वार्तालाप होना बताया जा रहा है। वार्तालाप के दौरान एसबी रावत स्पष्ट तौर पर कह रहे हैं की कलेक्टर मऊगंज के द्वारा ऐसा किया गया है और यदि आरोपी 5 लाख रुपए कलेक्टर मऊगंज को दे देते तो मामला शांत हो जाता और रफा दफा हो जाता लेकिन क्योंकि रिश्वत की राशि कलेक्टर मऊगंज के पास नहीं पहुंची इसलिए आरोपियों के विरुद्ध फैसला किया गया है।
कार्यपालन यंत्री एसबी रावत ने कलेक्टर मऊगंज पर लगाए सीधे आरोप
यदि वायरल ऑडियो को देखा जाए तो इसमें कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक 2 एसबी रावत के द्वारा उपयंत्री प्रवीण पांडेय से बात करते हुए सीधे मऊगंज कलेक्टर की कार्य प्रणाली पर ही सवाल खड़े किए जा रहे हैं और कहा जा रहा है कि मऊगंज कलेक्टर 4 महीने इसलिए जांच और कार्यवाही रिपोर्ट को दवा कर रखे रहे और कार्यवाही नहीं की क्योंकि वह कुछ अपेक्षा कर रहे थे और यदि उनके पास पैसे पहुंच जाते तो आरोपियों के पक्ष में वह निर्णय दे देते इसलिए उपयंत्री प्रवीण पांडेय सहित अन्य आरोपी कलेक्टर मऊगंज के पास 5 लाख लेकर पहुंच जाते तो निर्णयआरोपियों की पक्ष में हो जाता।
कार्यपालन यंत्री एसबी रावत द्वारा हाई कोर्ट जाने की सलाह
इस बीच उपयंत्री प्रवीण पांडे सर्व शिक्षा मिशन नईगढ़ी के द्वारा कार्यपालन यंत्री एसबी रावत से मार्गदर्शन मांगा जा रहा है तब बार-बार एसबी रावत के द्वारा कहा जा रहा है कि अब यहां से कुछ नहीं होगा न कलेक्टर से होगा न कमिश्नर से होगा सीधे जाकर हाईकोर्ट से स्टे लेकर के आ जाओ। जो भी दो-चार लाख रुपए खर्च हो रहे हैं खर्च कर दो और हाईकोर्ट से स्टे लेकर के आ जाओ। मतलब कलेक्टर के आदेश के विरुद्ध कार्यपालन यंत्री एसबी रावत स्वयं प्रवीण पांडेय और अन्य को हाईकोर्ट जाने की सलाह दे रहे हैं।
अब कार्यपालन यंत्री एसबी रावत के विरुद्ध कार्यवाही कब
गौरतलब है की कार्यपालन यंत्री एसबी रावत का इसके पहले भी इस प्रकार के एक वीडियो वायरल में मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा के कार्यालय की कार्यप्रणाली पर ही सवाल खड़े किए गए थे और उनके द्वारा कहा जा रहा है कि जिला पंचायत में रीवा के ही बाबू बैठे हैं जो दलाली करते हैं और पैसे ले देकर बार-बार जांच करवाते रहते हैं और वसूली राशि कम कर देते हैं। इसके विषय पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत रीवा मेहताब सिंह गुर्जर द्वारा एसबी रावत के विरुद्ध कार्यवाही के लिए कारण बताओ सूचना पत्र की जारी किया गया था लेकिन उसे पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है। अब सवाल यह है की एक बार पुनः एसबी रावत का ऑडियो वायरल हुआ है जिसमें वह मऊगंज कलेक्टर संजय जैन के विरुद्ध 5 लाख की रिश्वत देकर मामला रफा दफा करने के सीधे आरोप लगा रहे हैं जो कि बड़ा सवाल खड़ा करता है।
सेवा पुस्तिका के साथ कूट रचना में कमिश्नर की जांच में एसबी रावत पाए गए दोषी
पूर्व में सामाजिक कार्यकर्ता शिवानंद द्विवेदी की एक शिकायत पर कमिश्नर रीवा संभाग बीएस जामोद के द्वारा अधीक्षण यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा रीवा मंडल रीवा के माध्यम से एक जांच करवाई गई है जिसमें इन्हें कई मामलों में दोषी पाया गया है जहां पर उनके द्वारा अपनी सेवा पुस्तिका गुम किया जाकर बिना सक्षम शासन की अनुमति के ही डुप्लीकेट सेवा पुस्तिका बनाई गई है जिसमें उनके द्वारा स्वयं ही कूट रचना किया जाकर एंट्री भरी गई है जो की जांच प्रतिवेदन में स्पष्ट तौर पर उल्लेखित है। इसी प्रकार पिछले 4 साल से रीवा संभागीय कार्यालय में पदस्थापना के दौरान एसबी रावत द्वारा अपनी अचल संपत्ति का ब्योरा भी नहीं दिया गया है जो कि सिविल सेवा आचरण नियम की धारा 19 का भी उल्लंघन माना गया है। इस विषय पर रीवा संभागीय आयुक्त के द्वारा कार्यवाही के लिए पत्र भी मुख्य अभियंता ईएनसी ऑफिस ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विकास भवन जेल रोड भोपाल को भेजा गया है।
बार-बार ऑडियो वीडियो वायरल होने के बाद भी अधिकारियों पर कार्यवाही नहीं
देखा जाए तो पिछले एक-दो वर्षों से ग्रामीण विकास विभाग में लगातार घमासान मचा हुआ है और अधिकारी एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप कर रहे हैं। उनके वीडियो वायरल हो रहे हैं और उनके ऑडियो भी वायरल हो रहे हैं। इसके पूर्व कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक 01 टीपी गुरुद्वान के द्वारा ऐसे ही आरोप वरिष्ठ अधिकारियों के ऊपर लगाए गए थे जहां पर उनके फर्जी डिग्री के मामले में भी उन्होंने कहा था कि कुछ नहीं होगा ऊपर अधिकारियों को पैसे चाहिए पैसे देकर मामला रफा दफा हो जाएगा। इसके बाद कमिश्नर रीवा संभाग बीएस जामोद द्वारा उन्हें कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया था और साथ में निलंबित भी किया गया था लेकिन वहीं कार्यपालन यंत्री एसबी रावत के विरुद्ध न तो पिछले वायरल वीडियो में कोई कार्यवाही हुई है और न ही इस वायरल ऑडियो में भी अब तक कोई कार्यवाही हुई है। जिसको लेकर लोग सवाल खड़े कर रहे हैं की कहीं वरिष्ठ स्तर से ही तो इनका संरक्षण प्राप्त नहीं है।
मऊगंज कलेक्टर संजय जैन के ऊपर लगाया गया आरोप किस हद तक सही है? अब संजय जैन क्या कार्यवाही करेंगे?
जानकारों का मानना है कि जिस प्रकार कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक 2 एसबी रावत ने मऊगंज के वर्तमान कलेक्टर संजय जैन के विरुद्ध 5 लाख लेकर पहुंच जाते तो मामला रफा दफा हो जाता इस प्रकार के आरोप लगाए हैं इसको लेकर अब स्वयं मऊगंज कलेक्टर इसका क्या जवाब देते हैं और इस आरोप पर कार्यपालन यंत्री एसबी रावत के विरुद्ध क्या कार्यवाही करते हैं अब देखन होगा?




