नशामुक्त भारत अभियान के तहत जिले भर में दो से आठ अक्टूबर तक मद्य निषेध सप्ताह मनाया जा रहा है। इस अवधि में जिले भर में नशामुक्ति के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। अभियान के संबंध में अधिकारियों को निर्देश देते हुए कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने कहा है कि नशामुक्ति जनजागरण अभियान के लिए जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी को नोडल अधिकारी तथा संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय को सहायक नोडल अधिकारी बनाया गया है। दोनों अधिकारी अभियान की अवधि में विभिन्न विभागों से समन्वय करके लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कराएं। रैली, नुक्कड़ नाटक, पोस्टर, बैनर, संगोष्ठी, चित्र प्रदर्शनी आदि के माध्यम से लोगों को नशे की बुराईयों से अवगत कराते हुए नशे से दूर रहने के लिए सचेत करें।
कलेक्टर ने कहा कि डीन मेडिकल कालेज तथा जिला शिक्षा अधिकारी विद्यार्थियों के सहयोग से जनजागरूकता अभियान चलाएं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जिला चिकित्सालय एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में नशे से पीड़ितों के लिए स्वास्थ्य जाँच एवं उपचार की व्यवस्था कराएं। इसके लिए शिविरों का भी आयोजन करें। इंजीनियरिंग कालेज, पॉलिटेक्निक कालेज और आईटीआई में भी नशे के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करने के साथ विद्यार्थियों को नशामुक्ति की शपथ दिलाएं। अपर संचालक उच्च शिक्षा सभी महाविद्यालयों में जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित कराएं। कलेक्टर ने जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को सभी ग्राम पंचायतों में नशामुक्ति की शपथ दिलाने एवं दीवार लेखन के माध्यम से नशामुक्ति के संदेश देने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने सभी मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को भी नगरीय निकायों में नशामुक्ति से जुड़े कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर ने विभिन्न सामाजिक संगठनों से भी नशामुक्त जागरूकता अभियान में सहयोग की अपील की है।




