आज जिले भर में स्वतंत्रता दिवस को महापर्व के रूप में मनाया गया। महापर्व को लेकर पूनम पब्लिक स्कूल चंदई के संस्थापक रमेश प्रसाद द्विवेदी जी ने कहा कि 15 अगस्त 1947 को हमारे मातृभूमि भारत का पहला स्वतंत्रता दिवस था। आज जिस भूमि को हम अपना आज़ाद वतन मानते हैं उसे आज़ाद हुए 78 वर्ष हो चुके हैं। सोने की चिड़िया से ब्रिटिश कॉलोनी बनने से लेकर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्रों में से एक बनने का भारत देश का लंबा सफर सराहनीय और विश्व विख्यात है। आज हम आज़ादी की हवा में सांस ले पा रहे हैं क्यूंकि हमारे पूर्वजों ने हमें यह आज़ादी दिलाने के लिए 200 वर्ष तक संघर्ष किया और बलिदान दिया। देश भर के स्कूलों में इस महापर्व को उत्साह के साथ मनाते हैं। उन्होंने कहा कि देश के बच्चे और युवा ही इसका भविष्य है। इनमें देशभक्ति की भावना जगाने के लिए निबंध लेखन, प्रतियोगिता, देशभक्ति नाटक, देशभक्ति गीत और नृत्य के कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाने चाहिए ताकि लोगों को स्वतंत्रता दिवस के पीछे का बलिदान, संघर्ष आदि पता चल सके।
