जून माह को मलेरिया माह के रूप में मनाया जा रहा है। जिले भर में मलेरिया रोग से बचाव और उपचार के संबंध में लोगों को जागरूक करने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इस क्रम में आंगनवाड़ी केन्द्र चिरहुला में स्वास्थ्य विभाग की एंबेड परियोजना से निजी संस्था के सहयोग से मलेरिया जागरूकता शिविर आयोजित किया गया। इस संबंध में एंबेड परियोजना की क्षेत्रीय समन्वयक कंचन सिंह ने बताया कि मच्छर खुले में पुराने बर्तनों, टायर अथवा जमीन में एकत्रित पानी में प्रजनन करते हैं। इसीलिए वर्षाकाल में मच्छरों की संख्या में तेजी से वृद्धि होती है। मलेरिया की रोकथाम के लिए घर के आसपास छत आदि में पानी एकत्रित न होने दें। गमलों, पुराने टायर, पुराने बर्तनों आदि में भी पानी का संचय न होने दें। स्थिर पानी में ही मच्छर अंडे देते हैं। मलेरिया से बचाव के लिए सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। यदि किसी व्यक्ति को सरदर्द, बुखार, जोड़ों में दर्द की शिकायत रहती है तो अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में जाकर मलेरिया की नि:शुल्क जाँच कराएं। जाँच के परिणाम के अनुसार डॉक्टर की सलाह पर उचित उपचार कराएं।
