रीवा संभाग के सभी जिलों में खरीफ फसल की बोनी का कार्य तेजी से जारी है। खरीफ की मुख्य फसल धान है। किसान धान की रोपाई के लिए अब तक पर्याप्त वर्षा की प्रतीक्षा कर रहे थे। अब सभी जिलों में अच्छी बारिश हो गई है इससे धान की रोपाई में तेजी आएगी। संभाग में वर्ष 2024 में खरीफ फसल के लिए 10 लाख 4 हजार 410 हेक्टेयर क्षेत्र में बोनी का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से सर्वाधिक क्षेत्र 7 लाख 18 हजार 210 हेक्टेयर धान का है। संभाग के विभिन्न जिलों में अब तक 6 लाख 14 हजार 290 हेक्टेयर में विभिन्न फसलों की बोनी हो चुकी है। इसमें से धान का कुल रकबा 3 लाख 85 हजार 550 हेक्टेयर है।
इस संबंध में संयुक्त संचालक कृषि जेएस नेताम ने बताया कि सतना, रीवा, मैहर और सिंगरौली जिलों में हाल ही में अच्छी वर्षा से धान की रोपाई में तेजी आएगी। रीवा संभाग में अब तक 7910 हेक्टेयर में ज्वार, 11400 हेक्टेयर में मक्का, 1290 हेक्टेयर में बाजरा, 14130 हेक्टेयर में कोदौ-कुटकी की बोनी हो चुकी है। दलहनी फसलों में 54690 हेक्टेयर में अरहर, 22760 हेक्टेयर में मूंग, 68580 हेक्टेयर में उड़द की बोनी हो चुकी है। तिलहनी फसलों में 46220 हेक्टेयर में तिल, 1730 हेक्टेयर में सोयाबीन तथा 50 हेक्टेयर में अन्य तिलहन बोये गए हैं। पानी की पर्याप्त उपलब्धता हो गई है। अब किसान भाई धान की रोपाई शीघ्र पूरी करें। खरीफ की फसलों में खरपतवार नियंत्रण तथा कीट नियंत्रण के प्रभावी उपाय करें। धान की रोपाई पूरी होते ही संभाग में लक्ष्य के अनुसार क्षेत्राच्छादन पूरा हो जाएगा।