मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का 9 जून को रीवा जिले के त्योंथर आगमन हो रहा है। मुख्यमंत्री दोपहर 1.20 बजे भोपाल से वायुयान से प्रस्थान कर दोपहर 2 बजे खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। खजुराहो एयरपोर्ट से दोपहर 2.05 बजे हेलीकाप्टर से प्रस्थान कर मुख्यमंत्री दोपहर 2.55 बजे हेलीपैड त्योंथर पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री हेलीपैड से कोलगढ़ी परिसर पहुंचकर कोलगढ़ी के जीर्णोद्धार का शिलान्यास करेंगे। कोलगढ़ी पहुंचने पर मुख्यमंत्री जी का परंपरागत कोल जनजातीय लोकनृत्य कोलदहका से स्वागत किया जाएगा। इसके बाद मुख्यमंत्री शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय के समीप आयोजित कोल जनजातीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। समारोह में मुख्यमंत्री जी त्योंथर उद्वहन सिंचाई परियोजना का शिलान्यास करेंगे तथा आवासीय भू अधिकार योजना से हितग्राहियों को भू अधिकार पत्रों का वितरण करेंगे। कार्यक्रम के बाद मुख्यमंत्री शाम 5 बजे हेलीकाप्टर से त्योंथर से प्रस्थान कर 5.50 बजे खजुराहो एयरपोर्ट पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान खजुराहो से शाम 6 बजे वायुयान से प्रस्थान कर शाम 6.40 बजे भोपाल पहुंचेंगे।
मुख्यमंत्री कोल समुदाय के 3881 हितग्राहियों को आज देंगे भू अधिकार पत्र
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह, चौहान 9 जून को एक दिवसीय प्रवास पर रीवा जिले के त्योंथर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री त्योंथर में 3.24 करोड़ रूपये की लागत से कोलगढ़ी के जीणोद्धार का भूमिपूजन करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री उत्कृष्ट विद्यालय के समीप आयोजित कोल जनजातीय सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे। समारोह में मुख्यमंत्री श्री चौहान मध्यप्रदेश वासस्थान रख दखलकार एक्ट 1980 के तहत कोल समुदाय के 3831 हितग्राहियों को भू अधिकार पत्र (पट्टे) प्रदान करेंगे। पूरे जिले में अब तक वासस्थान दखलकार एक्ट के तहत 12094 हितग्राहियों को लाभान्वित किया गया है।
इस संबंध में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बताया कि वासस्थान रखतकार एक्ट के तहत उन हितग्राहियों को आवासीय भूमि के पट्टे दिये जाते हैं जो वरसों से किसी अन्य की भूमि पर निवासरत हैं। योजना का लाभ केवल भूमिहीनों को दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री आवासी भू अधिकार योजना से तहसील हनुमना में 900, सिरमौर में 715, त्योंथर 590, जवा के 389 सेमरिया के 387, मनगवां 334 गुढ़ में 157, नईगढ़ी में 137, मऊगंज में 137 रायपुर कर्चुलियान में 67 तथा हुजूर तहसील हुजूर में 18 भूअधिकार पत्र वितरित किये गये हैं। व्यक्ति वरसों से जिस जमीन में घर बना के रह-रहा वहां उसे घर बनाने के लिये जमीन का पट्टे मिल गये है। इस पट्टे द्वारा उन्हें अपने की जमीन मालिकान हक मिल गया है। पट्टे के रूप में संपत्ति का दस्तावेज हाथ में होने से बैंक से ऋण या अन्य सहायता प्राप्त करने की सुविधा मिल जायेगी। मुख्यमंत्री जी के हर भूमिहीन की आवासीय भूमि का अधिकार पत्र देने के संकल्प को पूरा करने में योजना सफल हो रही है।