चाकघाट। जिले भर में मध्य प्रदेश शासन द्वारा धान उपार्जन जोरो से चल रहा है। लेकिन अभी भी प्रशासन द्वारा दी गई व्यवस्थाओं में कहीं न कहीं बड़ी चूक नज़र आ रही है। क्यूंकि किसान तो दिए गए स्लॉट के अनुसार खरीदी केंद्र में पहुंच जा रहे हैं लेकिन धान तौलाई के लिए बोरीयां उपलब्ध नहीं हैं। जिसकी वजह से किसान परेशान हो रहे हैं।
ताज़ा मामला त्योंथर तहसील क्षेत्र में संचालित सेवा सहकारी समिति मर्यादित अमांव खरीदी केंद्र मटियारी से संज्ञान में आया हैं। जहाँ कुछ किसान पिछले शुक्रवार से बोरी के इंतजार में खुले आसमान के नीचे बैठे हैं। यही सवाल जब समिति के लोगों से पूंछा गया तो वो भी दू टूक ही बोल पाए। हालाँकि अचानक से आये मौसम में बदलाव कि वजह से ठण्ड तेजी से बढ़ती जा रही है और साथ बारिश के भी कयास लगाए जा रहे हैं। ऐसे में किसानों को मौसम कि दोहरी मार झेलनी पड़ रही है। जहाँ एक तरफ बोरी न होने कि वजह से उन्हें रात-दिन बराबर केंद्र में धान ताकते बैठना पड़ रहा है तो वहीं मौसम कि बदली करवट से बढ़ी ठण्ड के साथ-साथ बारिश के अंदाजे ने और भी डरा दिया है। ऐसे में अन्नदाता का चैन से बैठना और अगली फसल को सही समय पर खाद वगैरा देना काफी मुश्किल हो जायेगा।
किसानों ने शासन – प्रशासन से गुहार लगाई है कि उनकी मदद जल्द से जल्द कि जाये ताकि वो मौसम कि मार से भी बच जाएँ और आगामी खेती की भी देखभाल कर सकें। हालाँकि दबी जुबान में कुछ लोगों के बीच चर्चा थी कि वारदाना तभी आएगा जब समिति से कुछ खर्चा – पानी जायेगा। इस चर्चा में कितनी सच्चाई है , इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बाक़ी के खरीदी केंद्रों से ऐसी कोई समस्या संज्ञान में नहीं आयी है। फ़िलहाल इस कहानी में कितनी सच्चाई है ये तो जाँच के बाद ही पता चलेगा। लेकिन धान उपार्जन को लेकर चल रही बंदरबांट को नाकारा नहीं जा सकता है।