जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत इटौरा में भेड़ौरा नदी तथा उसके घाटों की साफ-सफाई की गई। इसमें मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मेहताब सिंह गुर्जर सहित जन अभियान परिषद, स्वैच्छिक संगठनों व ग्रामीण नदी पुनर्जीवन, श्रमदान व जल संवाद कार्यक्रम में सहभागी हुए। सीईओ जिला पंचायत तथा उपस्थित सभी श्रमदानी नदी में उतर कर नदी व घाटों की सफाई की। इसके बाद नदी तट पर उपस्थित जन समूह के साथ जल व नदियों की महत्ता पर संवाद किया।
संवाद के दौरान सीईओ जिला पंचायत ने बताया कि जल के सभी स्त्रोत जीवन सभ्यता के लिए अनिवार्य है। इनका संरक्षण करना समाज की जिम्मेदारी है। शासन द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत प्रदेश की सभी जलीय संरचनाओं के संरक्षण का महाभियान संचालित किया जा रहा है। जिसके तहत नदियों, तालाबो, बाबड़ियों, पोखरों व अन्य जल संरचनाओं का संरक्षण व संवर्धन किया जा रहा है। इन सभी संरचनाओं के संरक्षण के लिए समुदाय व नागरिकों को भी जुटना होगा, तभी हम अपनी पीढ़ियों को सुरक्षित जल और भविष्य दे पाएंगे। इस अवसर पर जन अभियान परिषद रीवा के संभागीय समन्वयक प्रवीण पाठक ने जल गंगा संवर्धन अभियान की रूपरेखा रखते हुए भेड़ौरा नदी की भौगोलिक व वर्तमान स्थिति व अभियान की जानकारी दी गई। कार्यक्रम को सीईओ जनपद रायपुर कर्चुलियान संजय सिंह, समाजसेवी प्रदीप गौतम सुमन, योगेंद्र शुक्ल, सुषमा शुक्ल, राजराखन पटेल द्वारा संबोधित किया गया। कार्यक्रम में विकासखंड समन्वयक अमित अवस्थी, अतिरिक्त कार्यक्रम अधिकारी जीएन श्रीवास्तव, नवांकुर व प्रस्फुटन संस्था के प्रतिनिधि, पत्रकार बन्धु, समाजसेवी व स्वैच्छिक संगठनों के प्रतिनिधि तथा ग्रामीण उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन सिद्धार्थ श्रीवास्तव द्वारा किया गया।