कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने अमृत-2 योजना से नगरीय निकायों में स्वीकृत कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि अमृत-2 योजना से स्वीकृत निर्माण कार्य समय सीमा में पूरे कराएं। इसमें जल संरक्षण और संवर्धन के कार्य 31 मार्च 2025 के पहले पूरा कराने पर नगरीय निकाय को 15 लाख रुपए की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। सभी सीएमओ पेयजल व्यवस्था से जुड़े निर्माण कार्य तत्परता से कराएं। संबंधित निर्माण एजेंसी अनुबंध की शर्त का पालन करते हुए निर्माण कार्य पूरा करें। इस योजना से सभी नगरीय निकायों में पेयजल व्यवस्था से जुड़े कार्य, पार्क निर्माण तथा जल संरक्षण के कार्य स्वीकृत किए गए हैं। जिन 23 कार्यों के कार्यादेश जारी हो गए हैं उन्हें तत्काल शुरू कराएं। शेष कार्यों के ड्राइंग डिजाइन की संचालनालय से अनुसंशा कराकर उनका भी निर्माण कार्य शुरू कराएं।
कलेक्टर ने कहा कि रीवा नगर निगम में अमृत-2 योजना से पेयजल व्यवस्था के लिए 152 करोड़ रुपए के निर्माण कार्य स्वीकृत किए गए हैं। इसमें 491 किलोमीटर पाइपलाइन, इंटेक वेल और वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण शामिल है। आयुक्त नगर निगम स्वीकृत कार्यों को समय सीमा में पूरा कराएं। इसके साथ-साथ नगरीय निकायों में 212.83 करोड़ रुपए की लागत से 9 पार्कों तथा 9 जल संरक्षण के कार्य मंजूर किए गए हैं। संबंधित निर्माण एजेंसी तेजी से कार्य पूरा करे। बैठक में रीवा नगर निगम में पाँच करोड़ रुपए की लागत से सीवर लाइन निर्माण के अतिरिक्त कार्य को मंजूरी दी गई। आयुक्त नगर निगम डॉ सौरभ सोनवणे ने अमृत-2 योजना से स्वीकृत कार्यों के संबंध में बताया कि कुठुलिया में 37 एमएलडी का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तथा इंटेक वेल का निर्माण कार्य तेजी से किया जा रहा है। स्वीकृत टंकियों का भी निर्माण कार्य चल रहा है। सीवर लाइन से जुड़े निर्माण कार्य बारिश के बाद शुरू होंगे। बैठक में एडीएम श्रीमती सपना त्रिपाठी, सभी एसडीएम, नगर परिषद अध्यक्ष, मुख्य नगर पालिका अधिकारी तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।