गरीब छात्र – छात्राओं का भविष्य अंधेरे में, 90 किमी दूर परीक्षा केंद्र पहुंचना नामुमकिन

जल्द ही अवधेश प्रताप विश्व विद्यालय के छात्र – छात्राओं की बी.ए., बी.एस.सी., बी. कॉम., एल एल बी, आदि कि परीक्षा शुरू होने जा रही है जिसको लेकर छात्र – छात्राएं काफी परेशानी में नजर आ रहे हैं। पूंछे जाने पर जानकारी दी गई कि उनकी परेशानी की वजह परीक्षा नहीं बल्कि परीक्षा केंद्र है जिसे 90 किमी दूर रीवा कर दिया गया है। आगे उन्होंने बताया कि हम में से कई छात्र – छात्राएं सोनौरी, पड़री, कोरांव, नारीबारी, प्रयागराज आदि जगहों से आते हैं जो पहले से ही खराब मौसम के चलते काफी दिक्कतों का सामना करते हैं। ऐसे में परीक्षा केंद्र रीवा हमारे लिए तकरीबन 100 किमी हो जायेगा। अब वहां एक दिन पहले जा कर लोगों के हांथ – पांव जोड़ेंगे तब कोई रखने को तैयार होगा। अब इतनी परेशानियों के साथ परीक्षा देना खाई में कूदने जैसा है। कुछ छात्र – छात्राओं ने अपनी आर्थिक स्थिति का भी हवाला दिया और बताया कि बड़े मुश्किल से तो पढ़ाई के लिए घर वाले तैयार होते हैं, ऐसे में उन पर अधिक पैसे का बोझ देने से अच्छा होगा कि हम परीक्षा ही न दें। आपको बता दें परीक्षा केंद्र रीवा करने से दुःखी छात्र छात्राओं द्वारा सुबह से ही नेहरू स्मारक कॉलेज चाकघाट में प्राचार्य का इंतजार किया जा रहा था। जैसे ही प्राचार्य कॉलेज पहुंचे सभी छात्र – छात्राएं हांथ जोड़ कर निवेदन करने लगे और अपनी पीड़ा बताई। साथ ही इस संबंध में लिखित में आवेदन देकर निवेदन किया कि आगे पढ़ाई जारी रखने के लिए मदद करें। प्राचार्य द्वारा छात्र – छात्राओं को मदद का आश्वासन दिया गया। अब देखना होगा कि क्या अवधेश प्रताप विश्व विद्यालय रीवा गरीब, मजबूर, मासूम छात्र – छात्राओं कि वेदना को समझता है या फिर कोई और रास्ता निकाल उन्हें बिना भागे दौड़े परीक्षा केंद्र तक पहुंचने की व्यवस्था करेगा।

दीवार पर लगने वाला कॉर्नर वॉल शेल्फ रैक click here

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