एक वो जमाना था जब साल 1973 में आई फिल्म जंजीर ने आज की सदी के महानायक अमिताभ बच्चन को रातोंरात सुपरस्टार बना दिया था। आपको बता दें इस फिल्म के पहले अमिताभ जी की फिल्में लगातार बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप साबित हो रही थीं, लेकिन जंजीर उनके भविष्य को ऐसा जकड़ा कि आज वो महानायक कहे जाते हैं। आज हम आपको फिल्म ज़ंज़ीर से जुड़ी कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिससे आप भी अनजान होंगे या फिर कहीं न कहीं किसी न किसी के माध्यम से सुना होगा।
अमिताभ बच्चन के जीवन में एक दौर ऐसा भी था, जब उनकी फिल्में लगातार बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट रही थीं और उसी वक्त सं 1973 में उनके हाथ ऐसी फिल्म लगी, जिसने उन्हें रातोंरात सुपरस्टार बना दिया और उस फिल्म का नाम था जंजीर। फिल्म जंजीर से जुड़ी आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिसे जान आप हैरान रह जाएंगे। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, जया बच्चन, प्राण, अजीत खान और बिंदू ने काम किया है। जब फिल्म जंजीर सिनेमाघरों में 11 मई 1973 में रिलीज हुई थी, तो बॉक्स ऑफिस पर हंगामा मच गया था।
प्रकाश मेहरा द्वारा निर्देशित और निर्मित इस फिल्म को दर्शकों का बेसुमार प्यार मिला था और रिलीज के साथ ही इस फिल्म ने अमिताभ बच्चन को सुपरस्टार बना दिया था और फिल्म ब्लॉकबस्टर साबित हुई थी। अगर मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो ये वो दौर था जब अमिताभ बच्चन के साथ कोई भी काम नहीं करना चाहता था क्योंकि उस समय तक अमिताभ के खाते में लगातार 12 फ्लॉफ फिल्में आ चुकी थीं। जिसकी वजह से एक फ्लॉप स्टार बने हुए थे। ऐसे में अमिताभ को फिल्म जंजीर में लेने के फैसले से कई लोग खुश नहीं थे। हालाँकि अमिताभ को फिल्म में लेने की वजह से प्रकाश मेहरा को काफी ताने भी सुनने पड़ते थे। कहा तो ये भी जाता है कि इस फिल्म के लिए पहले उस दौर के तीन सुपरस्टार को ऑफर दिया गया था, जिसमें राज कुमार, दिलीप कुमार और देवानंद के नाम शामिल थे लेकिन उन तीनों ने किसी न किसी वजह से इस फिल्म के ऑफर को ठुकरा दिया था और फिल्म अमिताभ बच्चन कि झोली में आ गिरी।
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रिपोर्ट्स कि माने तो दरअसल, उस वक्त के दिग्गज अभिनेता प्राण ने अमिताभ की फिल्म बॉम्बे टू गोवा देखी थी और उन्होंने प्रकाश मेहरा को भी यह फिल्म देखने की सलाह दी और कहा था कि उन्हें फिल्म जंजीर का हीरो मिल जाएगा। फिर प्रकाश ने जब बॉम्बे टू गोवा देखी तो उन्हें अमिताभ का एक सीन इतना पसंद आया कि उन्होंने फिल्म में अमिताभ को लेने का फैसला कर लिया। अब अमिताभ उस दौर के फ्लॉप हीरो थे, इसलिए सभी ने प्रकाश मेहरा के इस फैसले को गलत बताया था और कहा था कि उनकी ये फिल्म भी डूब जाएगी। दूसरी तरफ मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो प्रकाश ने इस फिल्म के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था, यहां तक कि उन्होंने अपनी पत्नी के जेवर तक गिरवी रख दिए थे। ऐसे जब फिल्म रिलीज हुई थी, तो बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित हुई। उस दौर में इस फिल्म ने एक फ्लॉप हो चुके अभिनेता को रातोंरात सुपरस्टार बना दिया था। इसीलिए कहते हैं न जाने कब किसे क्या मिल जाये और वो रातोंरात चमक जाये।