खबर मध्यप्रदेश के रीवा से है। जहां शहर के मध्य पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह जी व सीएसपी शिवाली चतुर्वेदी के मार्गदर्शन में लंबे समय से नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में सिविल लाइन थाना प्रभारी जितेंद्र नाथ शर्मा मोरे यातायात थाना प्रभारी सूबेदार अखिलेश कुशवाहा के नेतृत्व में सिविल लाइन थाना पुलिस और यातायात थाना पुलिस संयुक्त वाहन चेकिंग शुरू थी। जिसमें दो पहिया वाहन जिनके कागजात नहीं थे गाड़ी का कोई भी पेपर नहीं था चालक का लाइसेंस व हेलमेट नहीं था। इसी तरह चार पहिया वाहनों की भी जांच की जा रही थी। वाहनों के कागजात देखे जा रहे थे। भारी वाहनों में काली फिल्म लगी देख उनको रोककर काली फिल्म उतरवाया जा रहा था। कई वाहनों में चालक शराब के नशे में तो नहीं देखने के लिए मशीन द्वारा जांच की जा रही थी। इसी दौरान एक लाल रंग की स्विफ्ट कार, जिसमें यूपी का नंबर था। कार में चारों तरफ के शीशे में मोटी काली फिल्म लगा रखी थी, जिसके उतारने के लिए कार को रोका गया पर कार में सवार दो युवक नीचे उतरते ही वहां से चंपत हो गए। पुलिस को संदेह हुआ और उस कार की पूरी तलाशी ली गई। तलाशी के दौरान कार के पीछे वाली डिग्गी में कुछ पैकेट रखे हुए मिले जिनको पुलिस द्वारा देखा गया तो पता चला कि उन पैकेटों मे गांजा छुपा कर रखा गया था। जो कि जबलपुर की तरफ से यूपी की तरफ ले जाया जा रहा था। पकड़े गए गांजे की मात्रा 4 किलो 600 ग्राम थी। नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान में पुलिस लंबे समय से इस तरह के तस्करों को पकड़ने के लिए हाथ पैर मार रही है। जिसमें कई तस्कर पकड़े गए और कई जेल जा चुके कईयों को न्यायालय से सजा और जुर्माना हो चुका है। इसके बावजूद इस कारोबार से जुड़े हुए तस्कर बिल्कुल हार नहीं मान रहे हैं। पुलिस को खुला चैलेंज कर रहे हैं। फिलहाल स्विफ्ट कार जिसका नंबर यूपी 31 के 2400 है जब्त करके सिविल लाइन थाने में खड़ी करवा ली गई है। उसमें रखे हुए गांजे के पैकेट को थाने में जप्त कर के रख लिया गया है और गाड़ी नंबर गाड़ी के चेचिस नंबर के माध्यम से कार के मालिक की पतास की जा रही। साथ ही कार में सवार दोनों युवक कौन थे ? कहां के थे ? इसकी भी जांच पड़ताल की जा रही है। उम्मीद है कि गांजे के खेप का खुलासा और दोषियों का खुलासा पुलिस द्वारा जल्द ही किया जा सकता है।
